विश्व

भारत ने यूक्रेन-रूस के बीच जारी तनाव पर अपनाया ये रुख, मास्को ने की सराहना

Renuka Sahu
19 Feb 2022 2:07 AM GMT
भारत ने यूक्रेन-रूस के बीच जारी तनाव पर अपनाया ये रुख, मास्को ने की सराहना
x

फाइल फोटो 

यूक्रेन के साथ जारी गतिरोध के बीच रूस ने भारत के संतुलित और स्वतंत्र रुख की शुक्रवार को सराहना की.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। यूक्रेन के साथ जारी गतिरोध (Ukraine Crisis) के बीच रूस ने भारत (India) के संतुलित और स्वतंत्र रुख की शुक्रवार को सराहना की. पूर्वी यूरोप में स्थित देश (यूक्रेन) को लेकर उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (NATO) के सदस्य देशों और रूस (Russia) के बीच तनाव बढ़ने के मद्देनजर भारत के रुख पर मास्को का यह बयान सामने आया है. नई दिल्ली में स्थित रूसी दूतावास (Russian Embassy) ने कहा, 'हम भारत के संतुलित, सैद्धांतिक और स्वतंत्र रुख का स्वागत करते हैं.'

यूक्रेन संकट पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में संयुक्त राष्ट्र के लिए भारत के स्थायी प्रतिनधि टी. एस. तिरुमूर्ति (TS Tirumurti) ने दोनों देशों के मध्य बढ़ते तनाव को कम करने की गुरुवार को अपील की. दिल्ली में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची (Arindam Bagchi) ने भी कहा कि भारत तत्काल तनाव घटाने और संकट का समाधान सतत कूटनीतिक वार्ता से करने का हमेशा से समर्थक रहा है.
यूक्रेन सीमा पर एक लाख सैनिकों का जमावड़ा
रूस ने यूक्रेन की सीमा के पास करीब एक लाख सैनिकों का जमावड़ा लगा रखा है. इसके अलावा वह नौसेना अभ्यास के लिए काला सागर में युद्ध पोत भी भेज रहा है, जिससे नाटो देशों के बीच यह अंदेशा बढ़ गया है कि यूक्रेन पर रूस हमला कर सकता है. लेकिन, रूस ने यूक्रेन पर हमला करने की किसी भी योजना से इनकार किया है. गौरतलब है कि सैटेलाइट से मिली कुछ तस्वीरों से पता चलता है कि रूसी आर्मी यूक्रेन को घेर रही हैं.
हालांकि, इन तस्वीरों की भी अपनी सीमाएं हैं. मैक्सर जैसी कंपनियों के कमर्शियल सैटेलाइट से मिली तस्वीरों में यूक्रेन से लगती सीमा पर रूस के सैनिकों, एयरफील्ड और तोपखाने को देखा जा सकता है. दक्षिण बेलारूस और क्रीमिया में भी सैन्य जमावड़े की गतिविधियां सामने आई हैं. जिसे रूस से 2014 में यूक्रेन से हथिया लिया था. इन तस्वीरों से अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों के अधिकारियों के दावे सही प्रतीत होते हैं कि रूसी सेनाएं उस स्थिति में हैं जहां से वह यूक्रेन पर हमला कर सकती हैं.
आक्रामक कार्रवाई के होंगे गंभीर परिणाम- US
वहीं, अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन में अपनी पहली द्विपक्षीय बैठक में शुक्रवार को कहा कि अमेरिका यूक्रेन में रूसी उकसावे को लेकर राजनयिक बातचीत करने का स्वागत करता है. हालांकि उन्होंने चेतावनी दी कि रूस द्वारा आक्रामक कार्रवाई के गंभीर परिणाम होंगे. दोनों देशों के बीच जारी तनाव के बीच भारत ने यूक्रेन की मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाया है. एयर इंडिया ने शुक्रवार को कहा कि वह अगले हफ्ते देश से यूक्रेन के बीच तीन उड़ानें संचालित करेगी. एयर इंडिया ने बताया कि ये उड़ानें 22, 24 और 26 फरवरी को यूक्रेन रवाना की जाएंगी.
Next Story