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भारत सरकार संग बातचीत करेंगे. साथ ही यूरोपियन यूनियन संग भी विवाद का निपटारा किया जाएगा.
ब्रिटेन (Britain) भेजी जाने वाली कोरोनावायरस वैक्सीन (Coronavirus Vaccine) की खेप को भारत ने रोक दिया है. ऐसा देश में नागरिकों को अधिक मात्रा में वैक्सीन लगाने को लेकर किया गया है. हालांकि, इस कारण अब ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्री मैट हैनकॉक (Matt Hancock) अपने ही देश में घिर गए हैं. उन्होंने स्वीकार किया है कि ब्रिटेन में भेजी जाने वाली वैक्सीन को भारत द्वारा रोक लिया गया है. इस कारण ब्रिटेन में वैक्सीनेशन की रफ्तार कम होने वाली है. वहीं, अब ब्रिटिश सरकार वैक्सीन को लेकर भारत को मनाने में जुट गई है.
स्वास्थ्य मंत्री हैनकॉक ने स्पष्ट करते हुए कहा कि भारत की तरफ से वैक्सीन की सप्लाई रोक दी गई है. इस कारण ब्रिटेन में वैक्सीनेशन की रफ्तार धीमी हो गई है. दुनिया की सबसे बड़ी वैक्सीन उत्पादक कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (Serum Institute of India) से ब्रिटेन को एस्ट्राजेनेका वैक्सीन (AstraZeneca vaccine) की 50 लाख खुराक मिलने वाली थी. ब्रिटेन ने सीरम संग एक करोड़ वैक्सीन डोज को लेकर सौदा किया था. लेकिन वैक्सीन डिलीवरी का निर्धारित समय बढ़ा दिया गया है.
भारत वैक्सीन के लिए अपने नागरिकों को दे रहा है प्राथमिकता
सीरम इंस्टीट्यूट के CEO अदार पूनावाला (Adar Poonawalla) ने कहा कि भारत सरकार ने वैक्सीन की शिपमेंट को ब्लॉक कर दिया है. ऐसा इसलिए किया गया ताकि भारतीय नागरिकों के लिए वैक्सीन की उपलब्धता सुनिश्चित हो पाए. पूनावाला ने कहा कि कंपनी ब्रिटेन की सहायता करने के लिए प्रतिबद्ध है. पिछले महीने पूनावाला ने दुनिया के अन्य मुल्कों को कहा था कि उन्हें वैक्सीन को लेकर संयम बरतना चाहिए. उन्होंने कहा कि कंपनी को कहा गया है कि वह भारत की बड़ी मांग और गरीब देशों को वैक्सीन के लिए प्राथमिकता दे.
पीएम ने कहा, वैक्सीन पर भारत संग करेंगे बात
वर्तमान में ब्रिटेन फाइजर और एस्ट्राजेनेका वैक्सीन के जरिए वैक्सीनेशन अभियान चला रहा है. वहीं, वैक्सीन के निर्यात को लेकर ब्रिटेन का यूरोपियन यूनियन संग विवाद भी चल रहा है. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (Boris Jhonson) ने कहा कि वह वैक्सीन के रोके जाने को लेकर भारत सरकार संग बातचीत करेंगे. साथ ही यूरोपियन यूनियन संग भी विवाद का निपटारा किया जाएगा.
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