विश्व

भारत ने अफगानिस्तान में खाद्य सुरक्षा के लिए WFP के साथ MoU पर किया हस्ताक्षर

Renuka Sahu
12 Feb 2022 1:40 AM GMT
भारत ने अफगानिस्तान में खाद्य सुरक्षा के लिए WFP के साथ MoU पर किया हस्ताक्षर
x

फाइल फोटो 

भारने अफगानिस्तान में खाद्यान्न वितरण को लेकर संयुक्त राष्ट्र खाद्य कार्यक्रम से हाथ मिलाया है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। भारत (India) ने अफगानिस्तान में खाद्यान्न वितरण को लेकर संयुक्त राष्ट्र खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी) से हाथ मिलाया है। इस क्रम में भारत ने डब्ल्यूएफपी के साथ एक MoU पर हस्ताक्षर किया है। यह जानकारी रोम में स्थित भारतीय दूतावास ने दी। अफगानिस्तान में भारत द्वारा भेजे गए अनाज को जरूरतमंदों के बीच बांटा जा सके इसके लिए भारत सरकार ने संयुक्त राष्ट्र के विश्व खाद्य कार्यक्रम के साथ समझौता किया है। इटली के रोम में भारत और संयुक्त राष्ट्र के विश्व खाद्य प्रोग्राम ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर न किया। शुक्रवार को एक ट्वीट में इटली के रोम में स्थित भारतीय दूतावास ने कहा कि भारत ने अफगानिस्तान के अंदर खाद्यान्न वितरित करने के लिए संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया है।

भारत ने युद्धग्रस्त देश अफगानिस्तान को तीन टन दवाओं की खेप भेजी है। यह सप्लाई मानवीय सहायता के तहत भेजी गई दवाओं की चौथी खेप है। 29 जनवरी को इस बारे में विदेश मंत्रालय (Ministry of External Affairs, MEA) ने जानकारी दी थी।

पिछले साल अगस्त में जब से तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा किया है वहां कि स्थिति बदहाल होती जा रही है। सरकार बदलने के बाद अफगानिस्तान को दुनिया के दूसरे देशों से मिलने वाली मदद रुक गई। इसके चलते अफगानिस्तान में संकट की स्थिति है। भोजन की कमी के कारण काबुल में लोग भुखमरी से जंग कर रहे हैं। इस मुश्किल समय में भारत ने काबुल का साथ नहीं छोड़ा है और वहां मानवीय सहायता के तहत अनाज और दवाएं दे रहा है।
भारत द्वारा भेजी गईं जीवन रक्षक दवाएं इंदिरा गांधी अस्पताल, काबुल को सौंपी गई थी। विदेश मंत्रालय ने कहा था कि भारत अफगानिस्तान के लोगों के साथ अपने विशेष संबंधों को जारी रखने और मानवीय सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। मंत्रालय ने कहा था कि हम पहले ही चिकित्सा सहायता के तीन शिपमेंट की आपूर्ति कर चुके हैं, जिसमें अफगानिस्तान को COVID वैक्सीन की 500,000 खुराक और आवश्यक जीवन रक्षक दवाएं शामिल हैं। मंत्रालय ने यह भी सूचित किया था कि आने वाले हफ्तों में भारत अफगानिस्तान के लोगों के लिए दवाओं और खाद्यान्नों सहित मानवीय सहायता के अधिक बैचों की आपूर्ति करेगा।
Next Story