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जिनको महामारी की चपेट में आने का खतरा अधिक है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन की वैश्विक टीका साझाकरण योजना 'कोवैक्स' के तहत कोविड-19 टीके की पहली खेप बुधवार को घाना पहुंची। कोवैक्स ने दुनिया के सबसे गरीब देश में महामारी पर लगाम लगाने के इरादे से टीका की पेशकश की है।
भारत के सीरम इंस्टीट्यूट में तैयार हुए एस्ट्राजेनेका व ऑक्सफोर्ड के टीकी की छह लाख खुराक के साथ एक विमान घाना की राजधानी एकरा में बुधवार को उतरा। डब्ल्यूएचओ के स्थानीय प्रतिनिधि और यूनिसेफ ने टीका प्राप्त करने को बेहद महत्वपूर्ण क्षण बताया।
यूनिसेफ के कार्यकारी निदेशक हेनरिटा फोर ने कहा, बहुत जल्द फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीका दिया जाएगा और इसके साथ ही कोरोना से लड़ाई का अगला चरण शुरू होगा। यह घाना के इतिहास में सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान होगा।
कोवैक्स पहल की शुरुआत आठ महीने पहले हुई थी और इसका उद्देश्य समृद्ध देशों से फंड जुटाकर दुनिया के जरूरतमंद देशों तक कोरोना का टीका पहुंचाना था। घाना में दो मार्च से टीकाकरण शुरू होगा और सबसे पहले स्वास्थ्य कर्मियों, फ्रंटलाइन वर्कर्स और उन लोगों को टीका दिया जाएगा जिनको महामारी की चपेट में आने का खतरा अधिक है।
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