वैश्विक मसलों का विश्लेषण करने वाली अमेरिका की प्रतिष्ठित पत्रिका 'फारेन पालिसी' ने पश्चिम एशिया में भारत की मजबूत होती स्थिति का उल्लेख किया है। पत्रिका ने अपने लेख में भारत की बदलती स्थिति को क्षेत्र में विगत कुछ वर्षों में हुए दिलचस्प भू-राजनीतिक घटनाक्रमों में से एक बताया है।
इजरायल-सऊदी अरब और यूएई के साथ गहरे हो रहे संबंध
लेख में इजरायल, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) सहित क्षेत्र के प्रमुख देशों के साथ भारत के गहराते संबंधों को रेखांकित किया गया है। साथ ही कहा गया है कि भारत का उभार बदलती अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था और नई बहुध्रुवीय दुनिया का लाभ उठाने की इन देशों की इच्छा और काफी हद तक उनकी उत्सुकता को भी दर्शाता है।
चीन और रूस भी नहीं कर सकते भारत का मुकाबला
लेखक स्टीवन ए कुक का कहना है कि अब इस क्षेत्र में अमेरिका निर्विवाद रूप से प्रभुत्व जमाने की स्थिति में नहीं है। साथ ही, भारत जब तक विस्तार की राह पर है, चीन और रूस भी ऐसा कर पाने की स्थिति में नहीं होंगे।
पश्चिम एशिया में अब परिस्थितियां बदल चुकी हैं
कुक ने 10 वर्ष पूर्व की अपनी भारत यात्रा के समय के अनुभवों की तुलना भी वर्तमान परिस्थिति से की है। उन्होंने कहा कि उस समय आश्चर्यजनक रूप से भारत पश्चिम एशिया में बड़ी भूमिका निभाने का इच्छुक नहीं था, लेकिन अब परिस्थितियां बदल चुकी हैं।
भारत को लेकर सऊदी अरब और यूएई के रुख में बदलाव
लेख में भारत को लेकर सऊदी अरब और यूएई के रुख में बदलाव को भी उल्लेखनीय बताया गया है, क्योंकि सऊदी लंबे समय तक पाकिस्तान का करीबी रहा है। उन्होंने विभिन्न देशों में भारतीय कंपनियों की ओर से हो रहे निवेश को भी बड़े बदलावों में गिना है।