विश्व
आतंकी मक्की पर चीनी दरियादिली से भड़का भारत, कहा- दोहरे हैं ड्रैगन के मानक
Kajal Dubey
17 Jun 2022 2:44 PM GMT
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चीन ने पाकिस्तान स्थित आंतकवादी अब्दुल रहमान मक्की को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में आतंकी नामित करने के प्रस्ताव को रोक दिया है। भारत को चीन के इस कदम से झटका लगा है। मक्की जम्मू और कश्मीर में धन जुटाने, युवाओं को हिंसा के लिए भर्ती करने और उन्हें कट्टरपंथी बनाने और हमलों की योजना बनाने में शामिल रहा है।
इन आतंकी हमलों के पीछे रहा है मक्की का हाथ
मुंबई आतंकी हमला 2008, लाल किला हमला 2000, रामपुर सीआरपीएफ कैंप हमला 2008 की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा ने ली थी। मक्की सालों से लश्कर-ए-तैयबा के टॉप नेताओं में से रहा है। अमेरिका ने भी मक्की को आतंकी घोषित कर रखा है और उस पर 2 मिलियन डॉलर का इनाम रखा हुआ है।
चीन का फैसला दुर्भाग्यपूर्ण, बोला भारत
चीन द्वारा आतंकी मक्की को यूनाइटेड नेशंस के ग्लोबल आतंकी नामित करने में अड़ंगा लगाने के बाद भारत ने चीन को लताड़ लगाई है। सूत्रों के मुताबिक भारत ने कहा है कि मक्की के खिलाफ भारी सबूतों को देखते हुए चीन का यह फैसला बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। इसके साथ ही यह आतंकवाद का मुकाबला करने के चीन के दावों को दिखाता है।
भारत की दो टूक- अपनी प्रतिक्रिया पर विचार करे चीन
सूत्रों के मुताबिक भारत ने कहा है कि चीन को अपनी प्रतिक्रिया पर विचार करना चाहिए जो आतंकवाद का मुकाबला करने पर दोहरे मानकों का संकेत देता है। जाने-माने आतंकवादियों को इस तरह से बचाने से चीन की विश्वसनीयता कम होगी। इसके साथ ही दुनिया में आतंकवाद के खतरे बढ़ेंगे। बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब चीन ने आतंकियों की सूची में बाधा डाली हो। जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मौलाना मसूद अजहर को नामित करने के प्रस्तावों को भी चीन ने बार-बार अवरुद्ध किया था।
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