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भारत, यूएई का दूसरा सबसे बड़े व्यापारिक भागीदार के रूप में उभरा, पहले नंबर पर है चीन

Neha Dani
27 Sep 2021 2:01 AM GMT
भारत, यूएई का दूसरा सबसे बड़े व्यापारिक भागीदार के रूप में उभरा, पहले नंबर पर है चीन
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हमें विश्वास है कि हम अपनी महत्वाकांक्षी सतत विकास परियोजनाओं और योजनाओं को प्राप्त करने के लिए अपनी विकास गति पर निर्माण करना जारी रखेंगे।

भारत, यूएई का दूसरा सबसे बड़े व्यापारिक भागीदार के रूप में उभरा है। पहले नंबर पर चीन है। रविवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार 2021 की पहली छमाही में दोनों देशों के बीच 38.5 बिलियन दिरहम का व्यापार हुआ है। दुबई सरकार के एक बयान के अनुसार अमीरात का 2021 की पहली छमाही में चीन के साथ 86.7 बिलियन दिरहम का व्यापार हुआ। इसके बाद भारत दूसरे और अमेरिका तीसरे स्थान पर रहा।

भारत के साथ व्यापार वर्ष-दर-वर्ष 74.5 प्रतिशत बढ़कर 67.1 बिलियन दिरहम हो गया, जो 2020 के पहली छमाही में 38.5 बिलियन दिरहम था। चीन ने वर्ष-दर-वर्ष 30.7 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की। इसमें दुबई के साथ कुल व्यापार 2020 पहली छमाही में 66.3 बिलियन दिरहम था। 2021 के पहली छमाही में अमेरिका ने दुबई के साथ 32 बिलियन दिरहम का व्यापार किया, जो 31.7 बिलियन दिरहम से सालाना आधार पर 1 प्रतिशत अधिक है।
सऊदी अरब 2020 की पहली छमाही से 26 प्रतिशत ऊपर 30.5 बिलियन दिरहम के साथ चौथे स्थान पर रहा। इसके बाद स्विट्जरलैंड 24.8 बिलियन दिरहम के साथ पांचवे स्थान पर रहा। 2021 की पहली छमाही में पांच सबसे बड़े व्यापार भागीदारों की कुल हिस्सेदारी 241.21 बिलियन दिरहम थी, जो 2020 की पहली छमाही में 185.06 बिलियन दिरहम की तुलना में 30.34 प्रतिशत अधिक है।
दुबई का निर्यात वर्ष 2021 की पहली छमाही में 45 प्रतिशत बढ़कर 75.8 बिलियन से 109.8 बिलियन दिरहम हो गया। आयात 320 अरब दिरहम से सालाना आधार पर 29.3 प्रतिशत बढ़कर 414 अरब दिरहम हो गया। री-एक्सपोर्ट सालाना आधार पर 28.3 फीसदी बढ़कर 198.6 अरब दिरहम हो गया, जो 154.79 अरब दिरहम था। दुबई के क्राउन प्रिंस और कार्यकारी परिषद के अध्यक्ष शेख हमदान बिन मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम ने कहा कि दुबई ने दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते व्यापारिक केंद्रों में से एक के रूप में अपनी स्थिति को मजबूत किया है।
उन्होंने कहा कि दुबई के मौजूदा समुद्री और हवाई नेटवर्क का विस्तार दुनिया भर के 200 नए शहरों को कवर करने के लिए किया जाएगा। हमें विश्वास है कि हम अपनी महत्वाकांक्षी सतत विकास परियोजनाओं और योजनाओं को प्राप्त करने के लिए अपनी विकास गति पर निर्माण करना जारी रखेंगे।

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