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भारत ने सरहद पर खतरनाक ब्रह्मोस मिसाइल तैनात करने का किया फैसला, चीन को लगी 'मिर्ची'

Neha Dani
15 Nov 2021 8:21 AM GMT
भारत ने सरहद पर खतरनाक ब्रह्मोस मिसाइल तैनात करने का किया फैसला, चीन को लगी मिर्ची
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जनरल रावत के इस बयान पर चीन सरकार के भोंपू को मिर्ची लग गई है. इसने कहा है कि इस तरह के बयानों से केवल विवाद बढ़ेगा और समाधान नहीं निकल पाएगा.

सीमा पर जारी तनाव के बीच भारत (India China Border Tension) ने सरहद पर खतरनाक ब्रह्मोस मिसाइल (BrahMos missile) तैनात करने का फैसला किया है. इसका मकसद लद्दाख और अरुणाचल प्रदेश में चीन (China) की बढ़ती गतिविधियों का जवाब देना है. भारत के इस फैसले से चीन में हलचल पैदा हो गई है और इसका असर भी देखने को मिल रहा है. दरअसल, चीन के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स ने चेतावनी दी है कि नई दिल्ली के इस कदम से दोनों देशों के बीच सीमा विवाद के शांतिपूर्ण समाधान में बाधा पैदा हो सकती है. इसके अलावा, भारत के इस कदम से चीन संग उसका तनाव और भी बढ़ सकता है.

ब्रह्मोस मिसाइलों की तैनाती से जहां ग्लोबल टाइम्स हैरान है, वहीं उसने भारत के इस हथियार को 'बेकार' करार दिया है. ग्लोबल टाइम्स ने दावा किया कि भारत की मिसाइल का केवल सैद्धांतिक लाभ है, जबकि इससे चीन की सुरक्षा को कोई वास्तविक खतरा नहीं है. चीनी सेना के एक विशेषज्ञ सोंग झोंगपिंग ने कहा, 'यही वजह है कि चीन-भारत सीमा पर तनाव लगातार बढ़ रहा है और बेवजह सैन्य विवाद पैदा हो रहे हैं.' चीनी विशेषज्ञ यह दावा तब कर रहे हैं जब खुद चीनी सेना लगातार भारतीय सीमा पर अभ्यास कर रही है और बड़ी संख्या में लंबी दूरी के हथियारों को तैनात कर रही है.
मिसाइलों को मार गिराने की क्षमता बढ़ा रही PLA
चीन ने अपनी कई किलर मिसाइलों को भी भारतीय सीमा (Indian border) पर तैनात किया है. चीनी सैन्य विशेषज्ञ सोंग ने दावा किया कि भारत की ब्रह्मोस मिसाइल से चीन की सीमा सुरक्षा को कोई खतरा नहीं है. चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) ब्रह्मोस जैसी सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों (Supersonic cruise missiles) को मार गिराने के लिए अपनी वायु रक्षा क्षमता को लगातार बढ़ा रही है. इसने यह भी दावा किया कि चीन संघर्ष शुरू होने पर पहले से हमला करके ब्रह्मोस मिसाइल साइलो और अन्य सैन्य ठिकानों को नष्ट कर देगा. हालांकि, ये तो देखने वाली बात होगी.
चीन भारत के लिए सबसे बड़ा सुरक्षा खतरा: सीडीएस रावत
वहीं, चीन के एक अन्य विशेषज्ञ कियान फेंग ने कहा कि भारत से ब्रह्मोस की तैनाती से पता चलता है कि भारत पूरे मामले में सख्त रुख अपना रहा है. यह उसके उलट है, जिसके तहत दोनों पक्ष बातचीत के जरिए शांति से सीमा विवाद को सुलझाने पर जोर दे रहे हैं. इससे पहले भारतीय सीडीएस जनरल बिपिन रावत (General Bipin Rawat) ने माना था कि चीन अब भारत के लिए सबसे बड़ा सुरक्षा खतरा बन गया है. जनरल रावत के इस बयान पर चीन सरकार के भोंपू को मिर्ची लग गई है. इसने कहा है कि इस तरह के बयानों से केवल विवाद बढ़ेगा और समाधान नहीं निकल पाएगा.
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