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कोरोना महामारी जैसे बड़े संकट में भारत ने लगातार दिया दक्षिण अफ्रीका का साथ, 2021 में मजबूत हुए दोनों देशों के रिश्ते

Gulabi
25 Dec 2021 10:04 AM GMT
कोरोना महामारी जैसे बड़े संकट में भारत ने लगातार दिया दक्षिण अफ्रीका का साथ, 2021 में मजबूत हुए दोनों देशों के रिश्ते
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दक्षिण अफ्रीका और भारत के बीच 2021 में राजनीतिक-व्यापारिक संबंध और मजबूत हुए हैं
India South Africa Bilateral Relations: दक्षिण अफ्रीका और भारत के बीच 2021 में राजनीतिक-व्यापारिक संबंध और मजबूत हुए हैं. साथ ही कोरोना वायरस संकट (Coronavirus Crisis) में दोनों देशों ने इस जानलेवा महामारी से लड़ने में एक दूसरे को सहयोग बढ़ाने का मौका दिया है. दुनिया के बाकी ज्यादातर देशों की तरह दक्षिण अफ्रीका की 2021 की शुरुआत और समापन कोविड-19 की गंभीर चुनौतियों का सामना करते हुए हुआ और लगातार तीसरे साल 2022 में भी महामारी का संकट बने रहने की आशंका है.
जनवरी में दक्षिण अफ्रीका कोरोना वायरस की दूसरी लहर की चपेट में था और साल खत्म होते-होते नवंबर में एक नए और अत्यधिक संक्रामक ओमिक्रॉन वेरिएंट के सामने आने के बाद देश चौथी लहर की चपेट में है. फरवरी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा (Cyril Ramaphosa) से टेलीफोन पर बातचीत की थी और कोविड-19 महामारी से पैदा हो रही चुनौतियों पर चर्चा की थी. दोनों नेताओं ने वैक्सीन और दवाओं तक पहुंच बनाने और किफायती दरों पर उन्हें उपलब्ध कराने के लिए विभिन्न अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच सहयोग की संभावनाओं पर भी चर्चा की थी.
भारत ने मदद के तौर पर दी वैक्सीन
दोनों नेताओं के बीच बातचीत से एक सप्ताह पहले भारत में निर्मित वैक्सीन एक विमान से दक्षिण अफ्रीका पहुंची थीं. संक्रमण की मौजूदा लहर ने राष्ट्रपति रामाफोसा को भी नहीं बख्शा, जिसके कारण उन्हें अपना कामकाज उपराष्ट्रपति डेविड माबुजा को सौंपना पड़ा. बीमार पड़ने से कुछ दिनों पहले रामाफोसा ने ब्रिक्स देशों (BRICS Countries) के वैज्ञानिकों से महामारी का समाधान निकालने के लिए एक साथ मिलकर काम करने को कहा था. तेजी से बदल रहे यात्रा प्रतिबंधों के बीच रामाफोसा ने फरवरी में देश के नाम अपने संबोधन में कहा था कि भारत उन देशों में से एक है जिनसे दक्षिण अफ्रीका महामारी से पैदा हुए आर्थिक संकट के मद्देनजर स्किल्स का आयात करने और पर्यटन को बढ़ावा देने की उम्मीद करता है.
आर्थिक मंदी में भी कारोबार बढ़ा
कोविड-19 के कारण आई आर्थिक मंदी भारतीय कारोबारों को दक्षिण अफ्रीका में अपना उत्पादन बढ़ाने से रोकने में नाकाम रही. कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए लंबे वक्त तक लगाए गए लॉकडाउन के बावजूद भारत दक्षिण अफ्रीका में वाहनों के आयात के लिए शीर्ष मूल देश रहा (India South Africa Trade Relations). ऑटोमोटिव उद्योग निर्यात परिषद की 2021 की एक रिपोर्ट से यह जानकारी मिली. लंदन में भारत के इस्पात कारोबारी लक्ष्मी मित्तल की कंपनी आर्सेलर मित्तल की सहायक कंपनी आर्सेलर मित्तल साउथ अफ्रीका (एएमएसए) ने पिछले वित्त वर्ष में 23 लाख डॉलर का मुनाफा कमाया जबकि 2019 में उसे 3.96 करोड़ डॉलर का घाटा हुआ था.
जुलाई में देखने को मिली थी हिंसा
घरेलू मोर्चे पर दक्षिण अफ्रीका में पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा (Former President Jacob Zuma) को जेल में डालने के बाद मध्य जुलाई में आगजनी की घटनाएं देखी गईं. जुमा के गृह नगर ख्वाजुलु-नताल (केजेडएन) के कई हिस्सों में प्रदर्शन तब शुरू हो गए, जब पूर्व नेता ने न्यायालय की अवमानना के लिए 15 महीने की जेल की सजा काटने के वास्ते पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया था. इसके अलावा दक्षिण अफ्रीका में भारतीय दूतावासों में इस साल भारत की आजादी की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष में व्यापक कार्यक्रम आयोजित किए गए थे.
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