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भारत और मालदीव चीन के बढ़ते प्रभुत्‍व के बीच बढ़ाएंगे द्विपक्षीय रक्षा सहयोग

Gulabi
14 Feb 2022 3:26 PM GMT
भारत और मालदीव चीन के बढ़ते प्रभुत्‍व के बीच बढ़ाएंगे द्विपक्षीय रक्षा सहयोग
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मेजर जनरल अब्दुल्ला शमाल के आतिथ्य सत्कार की हार्दिक सराहना करता हूं
नई दिल्ली, एजेंसी। हिंद महासागर में चीन के प्रभाव बढ़ाने के प्रयासों से जुड़ी चिंताओं के बीच रक्षा सचिव अजय कुमार व मालदीव के शीर्ष सैन्य अधिकारियों में द्विपक्षीय रक्षा एवं सुरक्षा सहयोग बढ़ाने के मुद्दे पर सार्थक बातचीत हुई। मालदीव हिंद महासागर क्षेत्र में भारत के प्रमुख समुद्री पड़ोसियों में से एक है। पिछले कुछ वर्षो में दोनों देशों के द्विपक्षीय रक्षा संबंध और मजबूत हुए हैं।कुमार ने माले में वार्ता के एक दिन बाद ट्वीट किया, 'तीसरे रक्षा सहयोग संवाद के लिए मालदीव आकर खुश हूं। चर्चा बहुत सार्थक रही।
मेजर जनरल अब्दुल्ला शमाल के आतिथ्य सत्कार की हार्दिक सराहना करता हूं।' भारत ने नवंबर में मालदीव व श्रीलंका के साथ हिंद महासागर में दो दिवसीय समुद्री अभियान चलाया था।मालदीव के नेशनल डिफेंस फोर्स (एमएनडीएफ) के प्रमुख मेजर जनरल अब्दुल्ला शमाल ने ट्वीट किया, 'भारत के रक्षा सचिव अजय कुमार व उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल का तीसरे रक्षा सहयोग संवाद (डीसीडी) के लिए स्वागत करके बहुत खुशी हुई। डीसीडी हमारे समयबद्ध रक्षा सहयोग संबंधों में अहम है। हम एमएनडीएफ के क्षमता निर्माण की संभावनाओं को लेकर बहुत खुश हैं।'विकासात्मक सहयोग भारत-मालदीव संबंध का अहम उभरता स्तंभ है।
भारत द्वीपीय देश में बुनियादी ढांचे व सामुदायिक विकास परियोजनाओं के लिए 1.2 अरब डालर का कर्ज दे रहा है। पिछले साल अगस्त में मालदीव ने भारत द्वारा वित्त पोषित एक संपर्क परियोजना के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किया था। कोरोना वायरस महामारी के दौरान भी भारत ने मालदीव की सहायता की थी, जिसमें वैक्सीन की आपूर्ति भी शामिल है। पिछले साल भारत की वैक्सीन मैत्री पहल का पहला फायदा भी मालदीव को मिला था।
मालदीव भारत के मुख्य भूमि से दक्षिण-पश्चिम तट के करीब हिंद महासागर में स्थित द्वीप समूह से बना एक देश है। इस द्वीपसमूह में कुल 1192 द्वीप हैं। इनमें से दो सौ द्वीपों पर लोग बसे हुए हैं। शेष द्वीपों का उपयोग पर्यटन या कृषि के लिए किया जाता है। मालदीव लगभग 90,000 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। वर्ष 2017 तक वर्ल्ड बैंक के अनुसार मालदीव की जनसंख्या तकरीबन 4.36 लाख थी। क्षेत्रफल और आबादी दोनों की दृष्टि से मालदीव दक्षिण एशिया में सबसे छोटा देश है। मालदीव की समुद्र तल से औसत ऊंचाई 1.5 मीटर की है। ऐतिहासिक रूप से, इस देश को भारतीय उपमहाद्वीप से जोड़ा गया है।
मालदीव के संविधान में इस्लाम धर्म के अलावा अन्य किसी भी धर्म की मान्यता या पहचान नहीं है। मालदीव के सभी लोग सुन्नी मुसलमान हैं। 1965 में मालदीव ने यूनाइटेड किंगडम से स्वतंत्रता प्राप्त की और 1968 में एक गणराज्य बन गया। मालदीव 1965 में संयुक्त राष्ट्र का सदस्य बना। यह दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (सार्क) के संस्थापक सदस्यों में से एक हैं। मालदीव कॉमनवेल्थ, इस्लामी सहयोग संगठन और गुट निरपेक्ष आंदोलन का भी सदस्य है।
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