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श्रीलंका को भारत ने फिर दी 50 करोड़ डालर की क्रेडिट लाइन, कई अरब डालर की दे चुका मदद

Renuka Sahu
3 Feb 2022 1:11 AM GMT
श्रीलंका को भारत ने फिर दी 50 करोड़ डालर की क्रेडिट लाइन, कई अरब डालर की दे चुका मदद
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फाइल फोटो 

भारत के एक्सपोर्ट इंपोर्ट बैंक और श्रीलंका सरकार ने बुधवार को 50 करोड़ डालर की क्रेडिट लाइन समझौते पर दस्तखत किए।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। भारत के एक्सपोर्ट इंपोर्ट बैंक और श्रीलंका सरकार ने बुधवार को 50 करोड़ डालर की क्रेडिट लाइन समझौते पर दस्तखत किए। समझौते के समय श्रीलंकाई विदेश मंत्री राजपक्षे और कोलंबो में भारतीय उच्चायुक्त गोपाल बागले मौजूद थे। श्रीलंका इस धनराशि से पेट्रोलियम पदार्थो की खरीद कर सकेगा।

कोलंबो, प्रेट्र। भारत (India) ने बुधवार को श्रीलंका को 50 करोड़ डालर (करीब 3,750 करोड़ रुपये) की क्रेडिट लाइन और दे दी। इसके आधार पर श्रीलंका डीजल, पेट्रोल और ईंधन गैस की खरीद कर सकेगा। श्रीलंका को यह सहायता श्रीलंका के विदेश मंत्री बासिल राजपक्षे के भारतीय समकक्ष एस जयशंकर से 15 जनवरी को हुए वर्चुअल संवाद के आधार पर मिली है।
भारत के एक्सपोर्ट इंपोर्ट बैंक और श्रीलंका सरकार ने बुधवार को 50 करोड़ डालर की क्रेडिट लाइन समझौते पर दस्तखत किए। समझौते के समय श्रीलंकाई विदेश मंत्री राजपक्षे और कोलंबो में भारतीय उच्चायुक्त गोपाल बागले मौजूद थे। श्रीलंका इस धनराशि से पेट्रोलियम पदार्थो की खरीद कर सकेगा। भारतीय उच्चायोग के अनुसार इस धनराशि के साथ ही श्रीलंका को हाल की भारतीय सहायता बढ़कर चार अरब डालर (30 हजार करोड़ रुपये) पहुंच गई है। भारत ने कई मदों में पड़ोसी देश को यह सहायता दी है।
चीन और अन्य देशों के कर्ज में फंसे श्रीलंका की दशा कोविड महामारी ने और खराब कर दी। इसके चलते उसका विदेशी मुद्रा भंडार घटकर 3.1 अरब डालर रह गया। एक समय ऐसा भी आ गया जब राजधानी कोलंबो की विद्युत व्यवस्था कायम रखने के लिए डीजल कम पड़ गया था और वहां अंधेरा छाने की नौबत आ गई थी। बकाए का भुगतान न होने के कारण श्रीलंका के इकलौते तेलशोधक कारखाने में कच्चे तेल की आपूर्ति नवंबर में दो बार रुकी और कारखाने को बंद करना पड़ा। लेकिन भारत ने तत्काल मदद करके स्थिति को संभाल लिया। इसके बाद भारत ने पड़ोसी देश की लगातार आर्थिक मदद की और उसके विदेशी मुद्रा भंडार को मजबूती दी।
मंगलवार को श्रीलंका ने भारतीय कंपनी इंडियन आयल कार्पोरेशन से 40-40 हजार मीट्रिक टन पेट्रोल और डीजल खरीदने का फैसला किया है।
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