रूस के विजय दिवस को देखते हुए यूक्रेन में अलर्ट, हवाई हमले और बमबारी होने की चेतावनी जारी
रूस और यूक्रेन के बीच 72 दिन से युद्ध चल रहा है. रूस लगातार यूक्रेन पर बमबारी कर रहा है. युद्ध से यूक्रेन के हालात भयावह हैं. कई शहर खाली हो गए हैं तो कुछ इलाकों से लोग पलायन कर गए हैं. इस बीच, यूक्रेन भी युद्ध में डटकर मुकाबला कर रहा है. यूक्रेन की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के अधिकारियों ने शुक्रवार को रूस के विजय दिवस समारोह के बीच एक चेतावनी जारी की. सुरक्षा परिषद ने रविवार और सोमवार को गोलाबारी तेज होने की आशंका जताई है. इसे लेकर नागरिकों को जोखिम बढ़ने की चेतावनी जारी की है. यूक्रेन की राष्ट्रीय सुरक्षा और रक्षा परिषद के तहत सेंटर फॉर काउंटरएक्टिंग डिसइनफॉर्मेशन नाम की फेसबुक प्रोफाइल पर एक फेसबुक पोस्ट किया गया है. इसमें यूक्रेनियन से हवाई हमले तक होने की चेतावनी जारी की है.
पोस्ट में कहा गया है कि हवाई हमले के सायरन को नजरअंदाज नहीं किया जाए. चूंकि रूसी सैनिक विजय दिवस तक युद्ध में किसी भी महत्वपूर्ण उपलब्धि का दावा नहीं कर सकते हैं. ऐसे में इन दिनों यूक्रेनी शहरों में बड़े पैमाने पर गोलाबारी का खतरा बढ़ रहा है.
वहीं, शुक्रवार को कीव के मेयर विटाली क्लिट्स्को ने कहा कि अधिकारी कीव में कर्फ्यू को आगे नहीं बढ़ाएंगे. लेकिन सड़क पर पेट्रोलिंग मुस्तैदी से की जाएगी. बता दें कि रूस द्वितीय विश्व युद्ध में नाजी जर्मनी पर सोवियत संघ की जीत की तारीख 9 मई को हर साल अपना विजय दिवस मनाते हैं. ओडेसा ओब्लास्ट में 9 मई को पूरे दिन कर्फ्यू लगाए जाने की तैयारी है. यहां रात 10 बजे से कर्फ्यू लागू होगा. यूक्रेन में 8-9 मई को गोलाबारी का खतरा की आशंका जताई जा रही है. कहा जा रहा है कि रूस 9 मई को बड़ी सैन्य कार्रवाई शुरू कर सकता है.
रूस-यूक्रेन युद्ध में क्या चल रहा है...
मोरियुपोल प्लांट से नागरिकों को बचाने के लिए यूक्रेन नए सिरे से प्रयास कर रहा है. यूरोप के किसानों ने रूसी ऊर्जा की सप्लाई नहीं मिलने पर अन्य ऑप्शन तलाशने शुरू कर दिए हैं. इसके लिए बायोगैस के लिए तैयारी की जा रही है. इस बीच, जानकारी मिली है कि अमेरिका की तरफ से यूक्रेन को जो मदद पहुंचाई जा रही है, उस पर हवाई हमले किए जा रहे हैं. हालांकि, ये हमला फेल रहा है. पेंटागन के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि रूसी सेना का लक्ष्य पश्चिमी यूक्रेन में महत्वपूर्ण 'बुनियादी ढांचे' को तहस-नहस करना था, जिसमें बिजली सुविधाएं और परिवहन केंद्र भी शामिल हैं. लेकिन ये एयरस्ट्राइक असफल रही है.