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ब्रिटिश पीएम की रेस में इन तीन में कांटे की टक्कर, भारतीय मूल के ऋषि सुनक पीएम दौड़ में सबसे आगे

Neha Dani
13 July 2022 9:17 AM GMT
ब्रिटिश पीएम की रेस में इन तीन में कांटे की टक्कर, भारतीय मूल के ऋषि सुनक पीएम दौड़ में सबसे आगे
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पार्टी के नए नेता और प्रधानमंत्री का नाम सितंबर तक सामने आएगा।

बोरिस जानसन को कंजरवेटिव पार्टी के नेता और ब्रिटिश प्रधानमंत्री के रूप में बदलने की दौड़ भले ही आधिकारिक तौर पर शुरू हो गई हो, लेकिन इसने दो ब्रिटिश भारतीयों सहित अपने विविध उम्मीदवारों की सूची के लिए पहले ही इतिहास बना लिया है। प्रधानमंत्री के इस दौड़ में सबसे आगे पूर्व चांसलर ऋषि सुनक और अटॉर्नी जनरल सुएला ब्रेवरमैन हैं। दोनों ही 42 वर्ष के युवा नेता के तौर पर रेस में हैं। ब्रिटेन में जन्में दोनों ही भारतीय मूल के राजनेताओं में बहुत समानता है, जिन्होंने 2016 के जनमत संग्रह में ब्रेक्सिट के लिए प्रचार किया था।


प्रधानमंत्री पद के लिए अब तक 11 लोग दावेदारी पेश कर चुके हैं जिनमें भारतवंशी पूर्व वित्त मंत्री ऋषि सुनक और अटार्नी जनरल सुएला ब्रेवरमैन, इराकी मूल के नादिम जहावी, नाइजीरियाई मूल के और लंदन में जन्मे पूर्व मंत्री केमी बडेनोच, कंजर्वेटिव पार्टी के सदस्य टॉम टुगैनडैट-49, और पूर्व मंत्री जेरेमी हंट- 55, व्यापार मंत्री पेनी मोरडॉंट, विदेश सचिव लिज़ ट्रस- 46 और परिवहन मंत्री ग्रांट शेप्स भी शामिल हैं।

ऋषि सुनक प्रधानमंत्री दौड़ में सबसे आगे

ब्रिटेन के पूर्व वित्त मंत्री ऋषि सुनक अगले प्रधानमंत्री और कंजर्वेटिव पार्टी के नेता पद के लिहाज से उन शुरुआती उम्मीदवारों में शामिल हो गये हैं जिन्होंने अपने नामांकन के लिए संसद के 20 कंजर्वेटिव पार्टी सदस्यों के समर्थन की सीमा को पार कर लिया है। बोरिस जॉनसन की जगह नये प्रधानमंत्री के चुनाव के लिए नामांकन औपचारिक रूप से शुरू होने के साथ यॉर्कशायर के रिचमंड से 42 वर्षीय ब्रिटिश भारतीय सांसद सुनक दौड़ में आगे माने जा रहे हैं। 2015 में सांसद चुने जाने के बाद साल 2017 तक, ऋषि सुनक ने पर्यावरण, खाद्य और ग्रामीण मामलों की चयन समिति के सदस्य के रूप में कार्य किया। उन्होंने 2016 में यूरोपीय संघ के जनमत संग्रह का समर्थन किया। उन्होंने ब्रेक्जिट के बाद मुक्त बंदरगाहों की स्थापना का समर्थन करने वाले सेंटर फार पालिसी स्टडीज के लिए एक रिपोर्ट भी लिखी और अगले वर्ष एसएमई के लिए एक खुदरा बांड बाजार के निर्माण की वकालत करते हुए एक रिपोर्ट लिखी। 2017 के आम चुनाव में उन्हें उसी सीट से सांसद के रूप में फिर से चुना गया था। उन्होंने जनवरी 2018 से जुलाई 2019 तक संसदीय अवर सचिव के रूप में कार्य किया। उन्होंने 2019 कंजर्वेटिव पार्टी नेतृत्व चुनाव में पीएम बोरिस जानसन का समर्थन किया और यहां तक ​​कि जून 2019 में अभियान के दौरान जानसन की वकालत करने के लिए एक ब्रिटिश राष्ट्रीय दैनिक में एक लेख भी लिखा।

उम्मीदवार नदीम जाहवी प्रधानमंत्री के दावेदारों में नदीम जाहवी भी कुछ अलग हैं। दरअसल, वह बचपन में ईराक से बतौर शरणार्थी ब्रिटेन आए थे। 2010 में वह पहली बार सांसद बने। सुनक के इस्तीफे के बाद जॉनसन ने उनको वित्त मंत्री बनाया है।
उम्मीदवार पेनी मॉर्डेंट पूर्व रक्षा मंत्री पेनी मॉर्डेंट भी प्रधानमंत्री बनने की दौड़ में शामिल हैं। पेनी को पिछले चुनावों में हंट का समर्थन करने के लिए जॉनसन ने सरकार से हटा दिया था।
उम्मीदवार लीज ट्रस इस दौड़ में दूसरा नाम 46 वर्षीय लिज ट्रस का है। वह साउथ वेस्ट नॉर्थफोक की सांसद हैं। वह फॉरेन कॉमन वेल्थ एंड डेवलपमेंट अफेयर्स सेक्रेटरी हैं। ट्रस दो साल अंतरराष्ट्रीय व्यापार सचिव भी रहीं। पिछले साल उन्हें यूरोपियन यूनियन से बातचीत का अहम जिम्मा सौंपा गया था।
भारतीय मूल की वरिष्ठ नेता तथा देश की गृह मंत्री प्रीति पटेल का नाम इस सूची में शामिल हो सकता है जो खुद को एक प्रतिबद्ध ब्रेग्जिट समर्थक के रूप में पेश कर सकती हैं। प्रधानमंत्री के चुनाव की प्रक्रिया दो चरणों में संपन्न होगी। पहले कंजर्वेटिव पार्टी के सांसद मतदान के चरणों के बाद अंतत: दो उम्मीदवारों का चयन करेंगे। इसके बाद कंजर्वेटिव पार्टी के सदस्य अपने नेता का चुनाव करेंगे। उम्मीद है कि पार्टी के नए नेता और प्रधानमंत्री का नाम सितंबर तक सामने आएगा।

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