विश्व
कोरोना संकट के बीच 29 देशों में फेस वैक्सीन सर्टिफिकेट का खतरा, 10 गुना बढ़ा काला बाजार
Renuka Sahu
23 Sep 2021 4:12 AM GMT
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फाइल फोटो
कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ वैक्सीन को सबसे बड़ा हथियार माना जा रहा है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus Pandemic) के खिलाफ वैक्सीन को सबसे बड़ा हथियार माना जा रहा है और दुनियाभर के देश अपने नागरिकों को जल्द से जल्द टीका लगवाने का आग्रह कर रही है. कई देश अब वैक्सीन सर्टिफिकेट लेकर आ रहे हैं ताकि निगरानी की जा सके कि किसे टीका लगाया गया है और किसे अभी भी वैक्सीन शॉट लेने की जरूरत है, लेकिन इस बीच नकली वैक्सीन सर्टिफिकेट (Fake Covid-19 Vaccine Certificate) की समस्या तेजी से बढ़ती जा रही है.
10 गुना बढ़ गया है फेस वैक्सीन सर्टिफिकेट का बाजार
कोरोना वैक्सीन सर्टिफिकेट पर कुख्यात काला बाजार अब अपनी पकड़ बना चुका है और जैसे-जैसे ज्यादा से ज्यादा देश वैक्सीन सर्टिफिकेट लेकर आ रहे हैं, फेक सर्टिफिकेट का बाजर बढ़ता जा रहा है. पिछले कुछ महीनों में नकली वैक्सीन सर्टिफिकेट (Fake Corona Vaccine Certificate) का काला बाजार दस गुना बढ़ गया है.
29 देशों में तेजी से बढ़ रहा फेस सर्टिफिकेट का काला बाजार
Zee News की सहयोगी वेबसाइट WION कि रिपोर्ट के अनुसार, एक सॉफ्टवेयर कंपनी चेक पॉइंट ने नकली कोविड वैक्सीन सर्टिफिकेट (Fake Covid-19 Vaccine Certificate) के लिए काले बाजार का निरीक्षण करने के लिए एक अध्ययन किया और पाया कि दुनिया भर के 29 देशों में यह तेजी से बढ़ता जा रहा है. इनमें से नौ प्रमुख देश नए हैं. इसमें ऑस्ट्रिया, ब्राजील, लातविया, लिथुआनिया, माल्टा, पुर्तगाल, सिंगापुर, थाईलैंड और संयुक्त अरब अमीरात हैं.
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