वहीं पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने इस घटना का मजाक उड़ाया, जिसके बाद वो सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर आ गए हैं। अगर आप पाकिस्तानी सोशल मीडिया की प्रतिक्रिया पर गौर करें, तो भीषण नफरत भरे इस हमले पर प्रतिक्रिया देते हुए, अल्वी ने इसका मजाक उड़ाया है। अल्वी ने लोगों से कहा कि वे पाकिस्तान को बदनाम न करें और इससे भी बदतर, उन्होंने देश को रियासत-ए-मदीना यानी पवित्र भूमि के रूप में वर्णित किया।
अल्वी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से मंगलवार शाम ऐसी घटनाओं के खिलाफ चेतावनी दी गई, लेकिन हमले की निंदा नहीं की। इसके बजाय, उन्होंने कहा कि ये बदसूरत अलग-थलग घटनाएं थीं, जिससे पाकिस्तान की बदनामी हुई।
उन्होंने कहा 'हमारे समाज को सतर्क रहना चाहिए। देश को बदनाम करने के लिए इस तरह की छिटपुट घटनाओं का इस्तेमाल किया जाता है। मैं इसकी निंदा करता हूं और सभी नागरिकों को आश्वस्त करता हूं कि हम रियासत-ए-मदीना में ऐसा नहीं होने देंगे।
पाकिस्तान में ट्विटर यूजर ने इमरान खान के करीबी सहयोगी और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के संस्थापक सदस्यों में से एक अल्वी की तीखी आलोचना की। दरअसल सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें हिंदू लड़के का कॉलर पकड़कर उसे 'अल्लाह-हू-अकबर' तकबीर बोलने को कहा जा रहा है। लड़का डरकर 'अल्लाह-हू-अकबर बोलता है। आरोपी ने इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो भी बनाया, और यूट्यूब पर अपलोड कर वायरल भी कर दिया। मामला 21 जून 2021 का है और वीडियो पाकिस्तान के सिंध प्रांत के थारपारकर जिले का बताया जा रहा है।
इस वीडियो को बनाने वाला आरोपी अब्दुल दाऊद उर्फ अब्दुल सलाम है और वह पाकिस्तान के सिंध थार के कोल ब्लॉक में इंजीनियर है। आरोपी ने लड़के को प्रताड़ित करने वाला वीडियो 13 जून 2021 को यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया था। वीडियो वायरल होने और हंगामे के बाद यूट्यूब ने इसे हटा दिया।
सिंध पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार
सिंध पुलिस ने वीडियो वायरल होने के बाद आरोपी अब्दुस सलाम को थारपारकर जिले से गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि, आरोपी की जो तस्वीर वायरल हो रही है, उसे लेकर पुलिस पर सवाल उठ रहे हैं। तस्वीर में आरोपी सिंध पुलिस के साथ हाथ मिलाने के अंदाज में आराम से खड़ा दिखाई दे रहा है। इस वीडियो को पाकिस्तानी पत्रकार नायला इनायत के अलावा पाकिस्तानी मूल के कनाडाई लेखक तारिक फतेह ने भी ट्वीट किया है।
पाकिस्तानी पत्रकार ने बताई पूरी घटना
पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिंदुओं के मानवाधिकारों के बारे में आवाज उठाने वाले पत्रकार मुकेश मेघवार ने इस वीडियो के सत्यता की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि कुछ धार्मिक कट्टरपंथियों ने हिंदू लड़के को 'अल्लाहू अकबर' का नारा लगाने के लिए मजबूर किया। उन्होंने यहां तक दावा किया कि इस हिंदू बच्चे को अपने भगवान को गाली देने के लिए मजबूर किया गया।