न्यूज़: पाकिस्तान सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की मेडिकल रिपोर्ट जारी कर दी है। खान को 9 मई को नेशनल अकाउंटेबिलिटी ब्यूरो यानी NAB ने 60 अरब रुपए के अल कादिर ट्रस्ट स्कैम में गिरफ्तार किया था।
कस्टडी में लेने के बाद खान का मेडिकल टेस्ट कराया गया था। यह रिपोर्ट सामने आती, इससे पहले ही सुप्रीम कोर्ट ने खान को तमाम केसों में जमानत दे दी थी। अब इस रिपोर्ट के कुछ हिस्से हेल्थ मिनिस्टर अब्दुल कादिर पटेल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में पढ़कर सुनाए।
पहले जानिए, यह रिपोर्ट क्यों अहम
इमरान खान के पाकिस्तान में दो हॉस्पिटल हैं। पहला- मां के नाम पर बनाया गया शौकत खानम कैंसर हॉस्पिटल। दूसरा- नमल हॉस्पिटल और रिसर्च सेंटर। दोनों ही हॉस्पिटल्स डोनेशन से बनाए गए, लेकिन इलाज सिर्फ अमीरों को मिलता है। ये काफी महंगे हैं।
2013 के बाद से अब तक खान के तमाम हेल्थ चेकअप शौकत खानम में ही होते हैं। पाकिस्तान के कानून के मुताबिक- अदालतें सिर्फ सरकारी हॉस्पिटल्स की रिपोर्ट ही मानती हैं। हैरानी की बात है कि इमरान ने सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट्स में अपने घरेलू हॉस्पिटल्स की रिपोर्ट्स पेश कीं और उन्हें जमानत भी मिल गई।
9 मई को जब NAB ने उन्हें गिरफ्तार किया तो पांच सीनियर डॉक्टर्स का एक पैनल बनाया गया। इसने खान के तमाम टेस्ट किए। ‘जियो न्यूज’ के मुताबिक- खान तो सैम्पल देने के लिए भी तैयार नहीं थे। किसी तरह जब सैम्पल दिए तो कन्सेंट फॉर्म पर सिग्नेचर नहीं किए। हालांकि, जांच एजेंसी ने सबूत के तौर पर वीडियोग्राफी करा ली थी।
हेल्थ मिनिस्टर बोले- फ्रैक्चर तो था ही नहीं
शुक्रवार शाम प्रेस कॉन्फ्रेंस में हेल्थ मिनिस्टर अब्दुल कादिर पटेल ने कहा- इमरान दावा करते रहे कि सात महीने पहले वजीराबाद में उन पर जानलेवा हमला हुआ था और इसमें उनके पैर में गोली लगी थी। वो 6 महीने तक जहां जाते थे, पैर में प्लास्टर लगाकर जाते। सीनियर डॉक्टर्स के पैनल ने जो रिपोर्ट दी है, उसमें फ्रैक्चर की बात तो दूर, खरोंच तक नहीं मिली।
पटेल ने आगे कहा- खान के यूरिन सैम्पल (टॉक्सिक सब्सटेंस) में शराब और कोकीन मिली है। सबसे हैरानी की बात यह है कि खान को मेंटली अनफिट बताया गया है। सोचिए यह शख्स हमारे मुल्क का करीब चार साल तक वजीर-ए-आजम रहा। खान की दिमागी हालत पर मेडिकल पैनल ने लिखा- मेंटल स्टेबिलिटी इज क्वैश्चेनेबल।
मीडिया के सवालों के जवाब में पटेल ने कहा- खान की मेडिकल रिपोर्ट इसलिए जारी की जा रही है, क्योंकि यह पब्लिक डॉक्यूमेंट है। नशे के आदी इस आदमी ने पाकिस्तान के युवाओं को भी गलत रास्ते पर डाल दिया। डॉक्टर्स ने साफ कहा है कि इमरान मेंटली फिट नहीं हैं।
गिरफ्तारी के बाद पूरे पाकिस्तान में हुई थी हिंसा
9 मई 2023 को इमरान खान को इस्लामाबाद हाईकोर्ट से पाक रेंजर्स ने गिरफ्तार किया था और घसीटते हुए ले गए थे। इससे भड़के इमरान समर्थकों ने जमकर हिंसा की और आर्मी से जुड़े कई ठिकाने तक जला दिए थे। हिंसा में 8 लोगों की मौत हुई थी। इमरान का दावा था कि पुलिस फायरिंग में 25 लोगों की मौत हुई थी।
क्या है अल-कादिर ट्रस्ट केस
सरकार के मुताबिक खान जब प्रधानमंत्री बने तो उन्होंने लैंड माफिया मलिक रियाज को मनी लॉन्ड्रिंग केस में फंसाया। लंदन में उसके 40 अरब जब्त कराए। बाद में ये पैसा ब्रिटेन सरकार ने पाकिस्तान को सौंप दिया। इमरान ने यह जानकारी कैबिनेट को भी नहीं दी। आरोप है कि यह पैसा एक सीक्रेट अकाउंट के जरिए इमरान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के खाते में ट्रांसफर कराई गई। कुल मिलाकर यह घोटाला 60 अरब पाकिस्तानी रुपए का है।
इसके बाद इमरान ने अल कादिर ट्रस्ट बनाया। इसने मजहबी तालीम देने के लिए अल कादिर यूनिवर्सिटी बनाई। इसके लिए अरबों रुपए की जमीन मलिक रियाज ने दी। बुशरा बीबी को डायमंड रिंग भी गिफ्ट की। बदले में रियाज के तमाम केस खत्म कर दिए गए। उसे करोड़ों रुपए के सरकारी ठेके भी मिले।
होम मिनिस्टर राणा सनाउल्लाह ने कहा- 60 अरब रुपए की चपत सरकारी खजाने को लगी। 13 महीने में एक बार भी इमरान या बुशरा पूछताछ के लिए नहीं आए। 4 साल बाद भी इस यूनिवर्सिटी में 32 स्टूडेंट्स ही हैं।