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सत्ता से हटने पर इमरान बौखलाए, पाकिस्तान आर्मी ने इस थ्योरी को नकारा
Kajal Dubey
15 April 2022 3:16 AM GMT
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इस्लामाबाद: पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान लगातार दावा कर रहे हैं कि उनकी सरकार गिराने के लिए विदेशी साजिश रची गई. अब पाकिस्तान की सेना ने इन आरोपों को सिरे से नकार दिया है. इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (ISPR) के डायरेक्टर जनरल (डीजी) मेजर जनरल बाबर इफ्तिखार ने गुरुवार को कहा कि पिछले महीने राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक के बाद जारी बयान में 'साजिश' शब्द का इस्तेमाल नहीं किया गया. उधर, इमरान खान ने पीटीआई छोड़ने वाले सांसदों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है. इमरान खान ने मांग की है कि इन सांसदों के चुनाव लड़ने पर आजीवन प्रतिबंध लगे.
मेजर जनरल बाबर इफ्तिखार फॉर्मेशन कमांडर्स कॉन्फ्रेंस के बाद पत्रकारों के सवालों के जवाब दे रहे थे. इस दौरान जब एक पत्रकार ने पूछा कि इमरान के विदेशी साजिश के आरोपों पर सेना का क्या कहना है और क्या NSC ने उनके बयान का समर्थन किया था.
इस सवाल के जवाब में जनरल इफ्तिखार ने कहा, जहां तक एनएससी बैठक पर सैन्य प्रतिक्रिया की बात है, सेना ने बैठक में अपने रुख को स्पष्ट कर दिया था और फिर एक बयान जारी किया गया था. उन्होंने कहा, ''जो शब्द आपके सामने इस्तेमाल किया गया. जैसा मैंने कहा, जिन शब्दों का इस्तेमाल हुआ वे साफ हैं. क्या इसमें 'साजिश' शब्द का इस्तेमाल किया गया. मैं कहूंगा, नहीं.''
इमरान खान की पार्टी पीटीआई ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है. पीटीआई ने इस्तीफा देने वाले नेशनल असेंबली के सदस्यों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट से अजीवन प्रतिबंध लगाने की मांग की है. इस याचिका पर सुनवाई के लिए फुल कोर्ट बेंच की मांग की गई है.
याचिका में कहा गया है कि जब सदस्यों ने शपथ ली थी, तो इसमें स्पष्ट रूप से कहा गया था कि वे संविधान का पालन करेंगे. लेकिन जब वह सदस्य अपनी पार्टी की नीतियों से हट रहा है तो वह वास्तव में संविधान और अपने पद की शपथ का उल्लंघन कर रहा है. ऐसे में उस सदस्य के खिलाफ अजीवन चुनाव लड़ने पर प्रतिबंध लगाया जाए.
इसके साथ ही इमरान खान ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर मांग किया है कि किसी भी पीटीआई नेता को विपक्ष का नेता न चुना जाए.
इमरान सरकार में मंत्री रहे शेख राशिद ने दावा किया है कि शहबाज सरकार जून के बाद गिर जाएगी. राशिद ने कहा, जो मौजूदा स्थिति दिख रही है, उसके हिसाब से शहबाज के नेतृत्व में बनी गठबंधन की सरकार मुश्किल में जून 2022 के बाद तक चल पाए.
Kajal Dubey
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