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सेना प्रमुख बाजवा संग ISI मुख्यालय पहुंचे इमरान, पाकिस्तान में मची खलबली, जानिए क्यों?

Neha Dani
24 Jun 2021 10:06 AM GMT
सेना प्रमुख बाजवा संग ISI मुख्यालय पहुंचे इमरान, पाकिस्तान में मची खलबली, जानिए क्यों?
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उनकी पेंशन भी रद्द कर दी गई है और उन्हें दी गई जमीन भी उनसे वापस ले ली गई है.

पाकिस्तान (Pakistan) के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) बुधवार को एक बार फिर देश की खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेस इंटेलिजेंस (आईएसआई) के मुख्यालय के दौरे पर पहुंचे. इस दौरान उनके साथ पाकिस्तानी सेना के प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा (Qamar Javed Bajwa) भी मौजूद रहे. पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस दौरान मुख्यालय में बैठक का आयोजन किया गया, जहां अफगानिस्तान की स्थिति समेत अन्य मुद्दों पर चर्चा की गई. बता दें कि अमेरिकी सैनिक 11 सितंबर 2021 तक पूरी तरह से अफगानिस्तान से बाहर निकलने वाले हैं.

इससे पहले, इमरान खान ने 24 मई को ISI मुख्यालय का दौरा किया था. इस दौरान भी उनके साथ बाजवा और अन्य मंत्री मौजूद रहे. बताया गया कि मुख्यालय में बैठक हुई, जिसमें स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर बात की गई. इस दौरान मुख्यालय में आंतरिक मंत्री शेख राशीद अहमद, वित्त मंत्री शौकत तरीन और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार डॉक्टर मोइद युसूफ भी मौजूद थे (Pakistan National Security Advisor). वहीं, इमरान का स्वागत ISI के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद (Faiz Hameed) ने किया था. इमरान ने इस दौरान कहा था कि पाकिस्तान की सुरक्षा, अखंडता और संप्रभुता से किसी तरह का खिलवाड़ नहीं होना चाहिए.
जनरल बाजवा की हत्या की साजिश नाकाम
वहीं, ये बैठक ऐसे समय पर हुई है, जब खबर आई कि पाकिस्तानी सेना प्रमुख बाजवा की हत्या की साजिश को नाकाम किया गया. पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (POK) के एक्टिविस्ट अमजद अयूब मिर्जा (Amjad Ayub Mirza) ने दावा किया कि बाजवा की हत्या की साजिश रची गई, लेकिन इसे समय रहते ही टाल दिया गया. इस साजिश का खुलास होने के बाद से ही पाकिस्तान में हड़कंप मचा हुआ है. मिर्जा ने अपने यूट्यूब चैनल पर अपलोड किए गए वीडियो में कहा कि शनिवार रात 10 बजे पाकिस्तानी आर्मी के 14 अफसर, 22 एसएसजी कमांडो और 30 फौजियों को गिरफ्तार किया गया. ये लोग बाजवा को ठिकाने लगाने की कोशिश में जुटे थे.
रिटायर फौजियों और उनके दोस्तों ने बनाया था हत्या का प्लान
मिर्जा के मुताबिक, इन अधिकारियों की योजना था कि जब जनरल बाजवा POK के उन इलाकों का दौरा करेंगे, जहां भारत पर हमला करने के लिए खुफिया हथियार रखे गए हैं, तभी उन्हें मौत के घाट उतार दिया जाएगा. प्लान के मुताबिक, एसएसजी के कमांडो बाजवा को घेरेंगे और फिर उन्हें गोलियों से छलनी कर देंगे. मिर्जा ने बताया कि बाजवा को मारने की साजिश जबरदस्ती रिटायर करवाए गए फौजी और उनके दोस्तों ने बनाया था. ये लोग बाजवा से नाराज चल रहे हैं, क्योंकि सेना से 1700 फौजियों को हटाया गया है. उनकी पेंशन भी रद्द कर दी गई है और उन्हें दी गई जमीन भी उनसे वापस ले ली गई है.


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