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शहबाज सरकार पर इमरान खान ने साधा निशाना, बोले- 'माफियाओं' ने सत्ता में रहने के लिए अराजकता को दिया बढ़ावा

Renuka Sahu
31 July 2022 3:39 AM GMT
Imran Khan targeted the Shahbaz government, said - Mafias encouraged anarchy to stay in power
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फाइल फोटो 

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के अध्यक्ष इमरान खान ने शहबाज शरीफ गठबंधन सरकार पर हमला बोला।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के अध्यक्ष इमरान खान ने शहबाज शरीफ गठबंधन सरकार पर हमला बोला। इमरान खान ने गठबंधन सरकार को 'माफिया' सरकार करार देते हुए कहा कि उन्होंने देश की संस्थाओं को नष्ट कर दिया है और सत्ता में बने रहने के लिए अराजकता को बढ़ावा दिया है। एआरवाई न्यूज ने बताया कि इमरान खान की टिप्पणी इस्लामाबाद उच्च न्यायालय (एचसी) बार अध्यक्ष शोएब शाहीन सहित महत्वपूर्ण बार एसोसिएशन के अध्यक्षों के साथ बैठक के दौरान आई।

पाकिस्तान में कानून-व्यवस्था की लगातार खराब हुई- इमरान खान
बैठक के दौरान इमरान खान ने कहा कि पाकिस्तान में कानून-व्यवस्था की स्थिति लगातार खराब होती जा रही है। देश भर में व्यापक उग्रवाद और अराजकता ने आंतरिक सुरक्षा की स्थिति को और खराब कर दिया है। स्थानीय स्तर पर आपराधिक गिरोहों में वृद्धि हो रही है। उन्होंने आगे कहा कि देश की सुरक्षा प्रणाली पूरी तरह से विफल है, क्योंकि यह कमजोर समुदायों के प्रति उदासीनता, अल्पसंख्यकों के प्रति घृणा, क्षेत्र के आधार पर भेदभाव और उग्रवाद के सूक्ष्म प्रचार को बढ़ावा देती है। जिसके परिणामस्वरूप धीरे-धीरे पूरे देश में व्यापक उग्रवाद और अराजकता पैदा हुई है।
कानून के अधीन किए बिना देश का विकास संभव नहीं- इमरान खान
पूर्व पीएम इमरान खान ने कहा कि इस सब ने पाकिस्तानी समाज के विकास और शांतिपूर्ण अस्तित्व को और खतरे में डाल दिया है। उन्होंने कहा, 'शक्तिशाली और कमजोर को एक ही कानून के अधीन किए बिना देश का विकास संभव नहीं है'। एआरवाई न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, इमरान खान ने आगे कहा कि यह न्याय प्रणाली के लिए कानून तोड़ने वालों और आपराधिक अभिजात वर्ग पर ध्यान केंद्रित करने का समय है। इस दौरान उन्होंने वकीलों से कानून की सर्वोच्चता के लिए अपनी भूमिका निभाने का आग्रह किया।
पाकिस्तान में सुरक्षा बलों पर हुए 434 आतंकवादी हमले
बैठक में पीटीआई के उपाध्यक्ष शाह महमूद कुरैशी, फवाद चौधरी, फारुख हबीब और हसन नियाजी भी शामिल थे।
बैठक के दौरान संविधान की सर्वोच्चता और लोकतंत्र से जुड़े मुद्दों पर चर्चा हुई।
पाकिस्तान में 2022 के पहले छह महीनों के दौरान सुरक्षा बलों पर 434 आतंकवादी हमले हुए हैं।
इन हमलों में कम से कम 323 सुरक्षाकर्मी मारे गए और 700 से अधिक घायल हुए हैं।
इनमें उत्तर-पश्चिमी राज्य खैबर पख्तूनख्वा में सुरक्षा बलों पर 247 हमले हुए हैं।
बलूचिस्तान में 171 हमले हुए है।
सिंध प्रांत में 12 हमले हुए और पंजाब में सबसे कम हमले हुए हैं।
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