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समिति ने भी कहा कि उन अफवाहों में कोई सच्चाई नहीं है, इसलिए हम एनएससी के बयान का स्वागत करते हैं।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान अपनी इस बात पर कायम हैं कि अमेरिकी षड्यंत्र की वजह से उन्हें प्रधानमंत्री पद से हटाया गया। संवाददाता सम्मेलन में इमरान ने दावा किया कि पाकिस्तान की राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (एनएससी)की बैठक के बाद जारी बयान से उनकी बात की पुष्टि हुई है।
षड्यंत्र के तहत सत्ता से हटाने का आरोप
इमरान खान ने कहा कि अमेरिका में पाकिस्तान के पूर्व राजदूत ने अमेरिकी अधिकारी डोनाल्ड लू के साथ बैठक की, जहां लू ने अराजनयिक भाषा का इस्तेमाल किया। उन्होंने कहा, मैं एक कदम आगे बढ़ूंगा और कहूंगा कि उन्होंने (डोनाल्ड लू) हमारे राजदूत से कहा कि इमरान खान को अविश्र्वास प्रस्ताव के जरिए हटाना होगा। यह बैठक अविश्वास प्रस्ताव पेश होने से पहले हुई थी। उन्होंने कहा कि इसी बैठक के बाद उन्हें सत्ता से हटाने की कोशिशें शुरू हुई।
पीएमएल-एन पर षड्यंत्र में शामिल होने के आरोप
खान ने आरोप लगाया कि लंदन में बैठे - पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) सुप्रीमो नवाज शरीफ, उनके भाई प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के सह-अध्यक्ष और पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी सभी इस षड्यंत्र में शामिल थे। इमरान ने सुप्रीम कोर्ट से यूएस केबल की जांच करने और खुली सुनवाई करने की अपील की। खान ने कहा कि एक बार जब शीर्ष अदालत अमेरिकी केबल की जांच करेगी, तो यह पता चलेगा कि तत्कालीन विपक्ष के नेता अविश्र्वास प्रस्ताव के दिनों में अकसर विदेशी राजनयिकों से मिलते थे।
अमेरिका ने षड्यंत्र की बात को नकारा
उधर राष्ट्रीय सुरक्षा समिति के निष्कर्ष पर एक सवाल का जवाब देते हुए अमेरिकी विदेश विभाग की उप प्रवक्ता जलिना पोर्टर ने शुक्रवार को एक प्रेस वार्ता में कहा, जैसा कि हमने लगातार कहा है और पाकिस्तान की राष्ट्रीय सुरक्षा समिति ने भी कहा कि उन अफवाहों में कोई सच्चाई नहीं है, इसलिए हम एनएससी के बयान का स्वागत करते हैं।
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