x
इस बीच माना जा रहा है कि विपक्ष नए राष्ट्रीय सुरक्षा नीति पर बवाल कर सकता है।
पाकिस्तान की इमरान खान सरकार ने देश के इतिहास में पहली बार राष्ट्रीय सुरक्षा नीति को जारी कर दिया है। इस सुरक्षा नीति में इमरान खान सरकार ने भारत के साथ भारत के साथ अच्छे रिश्ते की उम्मीद जताई है। साथ ही जम्मू-कश्मीर को द्विपक्षीय संबंधों में कोर मुद्दा बताया गया है। सुरक्षा नीति में पाकिस्तान ने यह भी कहा है कि हिंदुत्व आधारित राजनीति पाकिस्तान की सुरक्षा के लिए चिंता का सबब है और प्रभाव डाल रही है।
इस सुरक्षा नीति में भारत और कश्मीर का कई बार जिक्र किया गया है। पाकिस्तान ने कहा कि कश्मीर मुद्दे का एक न्यायपूर्ण और शांतिपूर्ण समाधान होने तक यह हमारे द्विपक्षीय रिश्तों का आधार बना रहेगा। इस दस्तावेज में चीन के साथ अच्छे रिश्ते करने पर भी जोर दिया गया है। उसने चाइना पाकिस्तान इकनॉमिक कॉरिडोर को पाकिस्तान के लिए राष्ट्रीय महत्व का प्रॉजेक्ट बताया है।
रूस के साथ भी अच्छे रिश्ते बनाना चाहता है पाकिस्तान
इमरान खान सरकार भारत के दोस्त रूस के साथ भी अच्छे रिश्ते बनाना चाहती है। पाकिस्तान ने कहा कि अमेरिका के साथ उसका सहयोग का लंबा इतिहास रहा है। पाकिस्तान किसी खेमे की राजनीति का हिस्सा नहीं बनना चाहता है। सुरक्षा नीति में कहा गया है कि पाकिस्तान अमेरिका के साथ व्यापक रिश्ते बनाना चाहता है। इस 100 पन्ने के राष्ट्रीय सुरक्षा नीति में भारत के साथ व्यापार और बिजनस को बढ़ाने पर जोर दिया गया है। इस राष्ट्रीय सुरक्षा नीति के ज्यादातर हिस्से को गोपनीय रखा गया है।
पाकिस्तान ने यह राष्ट्रीय सुरक्षा नीति साल 2022 से 2026 तक के लिए बनाई है। इसमें भारत और अन्य पड़ोसी देशों के साथ दोतरफा व्यापार और निवेश को बढ़ाने पर जोर दिया गया है। साथ ही पाकिस्तान की आर्थिक सुरक्षा को मजबूत करने पर जोर दिया गया है। पिछले दिनों राष्ट्रीय सुरक्षा नीति से जुड़े एक अधिकारी ने पाकिस्तानी अखबार एक्सप्रेस ट्रिब्यून से कहा था, 'हम अगले 100 साल तक भारत के साथ बैर नहीं करेंगे। इस नई नीति में पड़ोसी देशों के साथ शांति पर जोर दिया गया है।' उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर अगर बातचीत और प्रगति होती है तो इस बात की संभावना है कि भारत के साथ पहले की तरह से व्यापार और व्यवसायिक संबंध सामान्य हो सकते हैं।
'मोदी सरकार के अंतर्गत भारत के साथ मेलमिलाप की संभावना नहीं'
पाकिस्तानी अधिकारी ने यह भी कहा कि नई दिल्ली में वर्तमान मोदी सरकार के अंतर्गत भारत के साथ मेलमिलाप की कोई संभावना नहीं है। पाकिस्तान के पीएम इमरान खान नई राष्ट्रीय सुरक्षा नीति को शुक्रवार को लॉन्च करेंगे। पाकिस्तान अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा नीति के केवल एक हिस्से को ही सार्वजनिक करेगा बाकी का हिस्सा गोपनीय रखा जाएगा। इस सुरक्षा नीति को बनाने में पाकिस्तानी सेना ने अहम भूमिका निभाई है। इस बीच माना जा रहा है कि विपक्ष नए राष्ट्रीय सुरक्षा नीति पर बवाल कर सकता है।
Next Story