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जबकि माना जाता है कि असल आंकड़े इससे अधिक हैं.
पाकिस्तान (Pakistan) के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने लोगों से रविवार को फोन पर बात की और इस दौरान उन्होंने जो कुछ कहा वह हर किसी को पसंद नहीं आया. इमरान खान से रेप को लेकर एक कॉलर ने सवाल पूछा था. उन्होंने इसके लिए अश्लीलता, पश्चिमी कल्चर और भारतीय कल्चर तक को जिम्मेदार ठहरा दिया. जिसके बाद पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग (Human Rights Commission of Pakistan) ने मंगलवार को कहा कि वह प्रधानमंत्री के बयान से हैरान है.
मानवाधिकार आयोग ने एक बयान में कहा, 'जनता का नेता होने के तौर पर उन्होंने जो कुछ कहा वह अस्वीकार्य है. ये ना केवल अज्ञानता दिखाता है कि रेप क्यों, कहां और कैसे होते हैं, बल्कि ये रेप पीड़ितों को भी दोषी बताता है, जिनके बारे में सरकार को पता होना चाहिए, जिसके शिकार छोटे बच्चे भी होते हैं. हम तुरंत माफी की मांग करते हैं और सरकार को रेप जैसे मामलों को रोकने के लिए प्रतिबद्धता जतानी चाहिए (Imran Khan on Rape Incidents).' आयोग के अलावा पाकिस्तान के लोगों ने ट्विटर पर ये मामला उठाया है और इमरान खान को खरीखोटी सुनाई है.
इमरान खान ने क्या कहा था?
पाकिस्तानी पीएम से वीकेंड पर हुए दो घंटे के सवाल जवाब वाले सेशन में एक कॉलर ने पूछा था कि उनकी सरकार ने रेप और बच्चों के साथ होने वाले शोषण को रोकने के लिए क्या कदम उठाए हैं. बच्चों और महिलाओं के साथ होने वाले अपराध की निंद करते हुए खान ने कहा कि यौन शोषण 'अश्लीलता' के कारण होता है. इसे लेकर उन्होंने कहा कि ये (अश्लीलता) पश्चिमी और भारतीय कल्चर से आया है (Imran Khan on Indian Culture). इसके बाद उन्होंने धर्म पर भी अपनी बात कही और बताया कि इस्लाम में पर्दा करना जरूरी है, ये 'प्रलोभन को नियंत्रित' करता है.
इमरान को सुनाई जा रही खरीखोटी?
इमरान खान के ऐसा कहे जाने के बाद उन्हें ट्विटर पर खूब लताड़ लगाई गई. इनमें वकील और कार्यकर्ता जिबरान नासिर भी शामिल हैं. जिन्होंने कहा कि 'रेप प्रलोभन नहीं बल्कि सत्ता के असंतुलन के कारण होते हैं.' उन्होंने अपने ट्वीट में कहा, 'बलात्कारी भी खुद को नियंत्रित कर सकते हैं अगर उन्हें कार्रवाई, जवाबदेही और दोषी ठहराए जाने का डर हो (Imran Khan Pakistan). अगर उन्हें जेंडर सोशल स्ट्रक्चर के कारण इस डर से आजाद कर दिया जाएगा, तो वह एक नवजात के साथ भी रेप कर सकते हैं.' पाकिस्तान सरकार द्वारा बीते साल जारी आंकड़ों में कहा गया था कि यहां हर दिन 11 रेप के मामले सामने आते हैं. जबकि माना जाता है कि असल आंकड़े इससे अधिक हैं.
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