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इमरान खान ने दिया बड़ा बयान, कहा- PTI के सदस्य पाकिस्तान की सभी असेंबली से इस्तीफा देंगे

Shantanu Roy
26 Nov 2022 5:22 PM GMT
इमरान खान ने दिया बड़ा बयान, कहा- PTI के सदस्य पाकिस्तान की सभी असेंबली से इस्तीफा देंगे
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न्यूज़ क्रेडिट: आज तक

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नई दिल्ली। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान शनिवार को एक विशाल रैली को संबोधित करने हेलीकॉप्टर से रावलपिंडी पहुंचे. उनके साथ डॉक्टरों की एक टीम भी मौजूद रही. इस दौरान उन्होंने देश की सभी असेंबली से इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया. यहां उन्होंने जमकर प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और पाकिस्तान सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने खुद पर हुए हमले को लेकर फिर तीन लोगों जिम्मेदार बताया और कहा कि वो लोग फिर से मुझ पर हमला करने की फिराक में हैं. रैली को संबोधित करते हुए इमरान ने कहा कि मैं मौत से डरता नहीं, वो तभी आती है जब अल्लाह चाहता है. उन्होंने कहा कि वह अब इस निजाम (सिस्टम) का हिस्सा नहीं रहेंगे. हमारी पार्टी पीटीआई सभी असेंबली से इस्तीफा देगी. इसके लिए हम अपने सभी मुख्यमंत्रियों और संसदीय दल संग बैठक करेंगे. दरअसल, इमरान खान की पीटीआई पंजाब, खैबर पख्तूनख्वा, पाकिस्तान अक्यूपाइड कश्मीर (पीओके) और गिलगित-बाल्टिस्तान में सत्ता में है. इमरान ने कहा, "डर पूरे देश को गुलाम बना देता है. वह इसलिए आगे बढ़े, क्योंकि उन्होंने मौत को करीब से देखा है. यदि आप जीवन जीना चाहते हैं, तो मृत्यु के भय को छोड़ दें. राष्ट्र एक "निर्णायक बिंदु" और "चौराहे" पर खड़ा है, जिसके सामने दो रास्ते हैं - एक रास्ता आशीर्वाद और महानता का है जबकि दूसरा रास्ता अपमान और विनाश का है. 3 नवंबर को रैली के दौरान गोली लगने के बाद से ही 70 वर्षीय इमरान खान का इलाज चल रहा है.
इसके बाद पहली बार वह किसी रैली को संबधित करने पहुंचे हैं. यहां रावलपिंडी में वे अपने समर्थकों के साथ पाकिस्तान की जनता से नए सिरे से आम चुनाव कराने की मांग को लेकर रैली को आगे जारी रखेंगे. न्यूज एजेंसी के मुताबिक पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के अध्यक्ष खान यहां बरनी विश्वविद्यालय के हेलीपैड पर उतरे, जहां से वह रैली स्थल पहुंचे. पाकिस्तानी चैनल जियो टीवी ने शनिवार को बताया कि रावलपिंडी पुलिस ने पीटीआई के शीर्ष नेतृत्व को पत्र लिखकर पूर्व प्रधानमंत्री के लिए वीआईपी सुरक्षा प्रावधान के निर्देशों का कार्यान्वयन सुनिश्चित करने का आग्रह किया है. पत्र में कहा गया है कि खान को बुलेटप्रूफ जैकेट पहनने की, रैली स्थल के रास्ते में वाहन से बाहर नहीं निकलने और अपनी गतिविधियों को गुप्त रखने की भी सलाह दी गई है. बताया गया है कि खान लाहौर में अपने जमान पार्क आवास से स्थानीय समयानुसार दोपहर करीब एक बजे बुलेट प्रूफ वाहन से निकले. सुरक्षा के मद्देनजर उनके घर पहले से ही बुलेटप्रूफ जैकेट भेजी गई थी. वहीं एक्सप्रेस ट्रिब्यून की एक रिपोर्ट में कहा गया कि पीटीआई नेताओं, कार्यकर्ताओं और समर्थकों के काफिले हकीकी आज़ादी मार्च के लिए रावलपिंडी जा रहे हैं. पीटीआई महासचिव असद उमर ने कहा कि सभा "ऐतिहासिक" होगी. खान के समर्थक देश के कोने-कोने से इस्लामाबाद के जुड़वां बहन शहर रावलपिंडी पहुंचने के लिए आगे बढ़ रहे हैं, जहां ऐतिहासिक मरी रोड के बीच में सिक्स्थ रोड फ्लाईओवर पर एक मंच तैयार किया गया है. पीटीआई के सीनेटर आजम खान स्वाति ने कहा कि 'हकीकी आजादी' आंदोलन अपने गंतव्य तक पहुंचने के रास्ते पर है. पीटीआई द्वारा अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर साझा किए गए एक वीडियो मैसेज में स्वाति ने कहा, "सत्ता परिवर्तन के सभी पात्रों को भगवान अपमानित करेगा और स्वतंत्रता आंदोलन का यह कारवां रुकने वाला नहीं है."
उधर, रावलपिंडी प्रशासन ने एक अधिसूचना जारी की है, जिसमें कहा गया है कि इंग्लैंड क्रिकेट टीम जल्द ही रावलपिंडी पहुंचेगी. इसलिए रैली समाप्त होने के बाद स्थल को पूरी तरह से खाली कर दिया जाए. बता दें कि क्रिकेटर से राजनेता बने पूर्व क्रिकेटर ने शुक्रवार को कहा था कि घायल होने के बावजूद वह देश की खातिर रावलपिंडी जाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. खान ने अपने मैसेज में कहा था कि वह देश की वास्तविक आजादी के लिए लड़ रहे हैं और नए चुनावों की घोषणा होने तक संघर्ष जारी रहेगा. उन्होंने वर्तमान सरकार पर अर्थव्यवस्था को नष्ट करने और हार के डर से चुनाव से भागने का आरोप लगाया. उन्होंने एक समाचार चैनल से कहा कि यदि चुनाव की घोषणा नहीं की गई और सरकार अगले अक्टूबर में समय पर आम चुनाव कराने के अपने रुख पर अड़ी रही तो जनता मौजूदा शासकों को बलपूर्वक बाहर कर देगी. उन्होंने कहा, "हकीकी आजादी आंदोलन आज (26 नवंबर) खत्म नहीं होगा, लेकिन तब तक जारी रहेगा जब तक न्याय नहीं मिल जाता." उन्होंने विरोध आंदोलन के लिए जनता से गैरीसन सिटी पहुंचने का आह्वान किया. उन्होंने कहा, "कल (शनिवार) रावलपिंडी जा रहे हैं क्योंकि यह देश में एक निर्णायक समय है. हम एक ऐसा देश बनना चाहते हैं जिसका कायदे आजम और अल्लामा इकबाल ने सपना देखा था."
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