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इमरान खान को सेना का समर्थन नहीं, पड़ोसी देश की राजनीति में उठापटक तेज

Neha Dani
26 Dec 2021 10:52 AM GMT
इमरान खान को सेना का समर्थन नहीं, पड़ोसी देश की राजनीति में उठापटक तेज
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तब लाहौर हाई कोर्ट ने उन्हें चार हफ्तों के लिए इलाज कराने के वास्ते लंदन जाने की अनुमति दी थी. लेकिन वो अभी तक वापस नहीं लौटे हैं.

'नए पाकिस्तान' का नारा लगाकर सत्ता में आने वाले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) अब 'मेरा पाकिस्तान, मेरा घर' का नारा लगा रहे हैं. लेकिन अब राजनीतिक तूफान तेजी से उनके इसी घर की तरफ बढ़ रहा है. पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इमरान खान और सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा (Qamar Javed Bajwa) के बीच तनाव तेजी से बढ़ रहा है. इमरान खुद सेना की मदद से सत्ता में आए थे. लेकिन अब विपक्ष ने जनरल बाजपा को अपने पाले में ले लिया है. इसके साथ ही इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के नेता भी उनसे खुश नहीं है.

जिसके चलते ऐसा दावा किया जा रहा है कि मार्च में इमरान सरकार के ऊपर संकट के बादल मंडरा सकते हैं. बुधवार को ही नेशनल असेंबली को संसद का सत्र स्थगित करना पड़ा था. क्योंकि इमरान खान दो बिलों को पारित कराने के लिए आवश्यक बहुमत नहीं जुटा सके. इससे इमरान खान बेहद नाराज हो गए (Imran Khan Government Collapse). खान के सहयोगी उनका साथ नहीं दे रहे हैं और अब अटकलें हैं कि सेना भी उनसे किनारा कर रही है. पाकिस्तान में राजनीतिक हवा बदलती देख विपक्षी पार्टियों ने जनरल बाजवा और सेना की तारीफ करना शुरू कर दिया है.
अपने ही गढ़ में हारी इमरान की पार्टी
इमरान खान के खिलाफ बने पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (Pakistan Democratic Movement) ने खैबर पख्तूनख्वा (Khyber Pakhtunkhwa) में हुए स्थानीय चुनावों में इमरान खान की पार्टी को उनके गढ़ में ही हरा दिया है. पीडीएम के नेताओं ने इसके लिए सेना को धन्यवाद कहा. इससे पहले पीडीएम ने 23 मार्च को इमरान सरकार को सत्ता से उखाड़ फेंकने के लिए देशभर में विरोध प्रदर्शन किए थे. विशलेषकों का कहना है कि पाकिस्तान की स्थिति में तेजी से बदलाव हो रहा है. इस बात की संभावना बढ़ गई है कि सेना ने इमरान खान को पूर्ण समर्थन नहीं देने का फैसला कर लिया है.
नवाज शरीफ से बात कर रही सेना
पाकिस्तानी पत्रकार नजम सेठी ने विभिन्न सूत्रों के हवाले से बताया है, 'सेना पूर्व पीएम नवाज शरीफ (Nawaz Sharif) और उनके भाई शहबाज शरीफ से बात कर रही है, इससे जुड़े सकारात्मक परिणाम जल्द ही देखने को मिलेंगे. अभी एक या दो समस्याएं हैं, जैसे ही उनका समाधान होगा, दोनों ही नेता इमरान सरकार को सत्ता से बेदखल करने के लिए एक्शन मोड में दिखाई देंगे. इसके साथ ही आम चुनाव ट्रांजिशनल सरकार के नेतृत्व में कराए जाएंगे.' लंदन में रह रहे नवाज शरीफ ने बीते गुरुवार को ऐसे संकेत दिए थे कि वह जल्द ही देश में वापसी कर सकते हैं.
इमरान खान को 'कठपुतली' बताया
उन्होंने कहा कि भारत में इमरान खान को 'कठपुतली' कहा जाता है, तो अमेरिका में कहा जाता है कि उनके पास एक मेयर से भी कम अधिकार हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि दुनिया जानती है कि वह सत्ता में कैसे आए हैं. उन्होंने आम लोगों के वोट के आधार पर सरकार नहीं बनाई बल्कि वह सेना की मदद से सत्ता में आए हैं. 71 साल के नवाज शरीफ भ्रष्टाचार (Allegations on Nawaz Sharif) के दो मामलों में दोषी करार हैं. वह नवंबर, 2019 से लंदन में रह रहे हैं. तब लाहौर हाई कोर्ट ने उन्हें चार हफ्तों के लिए इलाज कराने के वास्ते लंदन जाने की अनुमति दी थी. लेकिन वो अभी तक वापस नहीं लौटे हैं.


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