पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपने ऊपर हुए हमले के लिए सीधे तौर पर पीएम शहबाज शरीफ, गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह और मेजर जनरल फैसल नसीर को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि इन तीनों ने मिलकर हत्या की साजिश रची लेकिन बच गया। हत्या की साजिश उसी तरह रची गई थी जैसी कि 2011 में पंजाब के गवर्नर सलमान तासीर को मारा गया था। तब एक धार्मिक कट्टरपंथी ने गवर्नर की हत्या कर दी थी।
अपनी मां शौकत खानम के नाम पर बने अस्पताल से शुक्रवार को राष्ट्र को संबोधित करते हुए इमरान ने कहा कि उन्हें एक वीडियो मिला है, जिसमें चार अन्य लोग साजिश के बारे में बात करते हुए दिखाई दे रहे हैं। यह वीडियो तब सार्वजनिक किया जाएगा, जब मेरे साथ कुछ बुरा हो जाएगा। इमरान खान ने कहा, 'मुझे हत्या की साजिश की जानकारी कुछ खास लोगों ने दी थी जो सरकार में ही हैं। इन लोगों ने वजीराबाद में हुए हमले से एक दिन पहले ही मुझे आगाह कर दिया था। साजिश में धार्मिक कट्टरपंथी के जरिये हत्या कराने की साजिश रची गई थी। बताया गया था कि हमला वजीराबाद में होगा या उसके बाद वाले ठिकाने पर।'
बता दें कि हमले के बाद पहली बार कैमरे के सामने आए इमरान ने जैसे ही मेजर जनरल नसीर का नाम लिया तो उसे पाकिस्तानी न्यूज चैनलों ने म्यूट कर दिया, जबकि जियो न्यूज के एक कार्यक्रम में गृह मंत्री राणा सनाउल्ला ने इमरान पर झूठ बोलने का आरोप लगाया। सनाउल्लाह ने कहा, 'इमरान को चुनौती देते हैं कि वह उनके खिलाफ एक भी सुबूत दिखाएं।'
इमरान ने कहा, 'मुझ पर ईशनिंदा का आरोप लगाकर वीडियो को सत्तारूढ़ पाकिस्तान मुस्लिम लीग ने सार्वजनिक किया। मैं जानता हूं कि यह सब किसके इशारे पर हुआ। इसके जरिये धार्मिक भावनाएं भड़काई गईं। वे हालात तैयार किए गए कि कोई धार्मिक कट्टरपंथी आकर मेरी हत्या कर दे।' उन्होंने कहा, 'मुझ पर चार गोलियां चलाई गईं, जो दाहिने पैर में लगीं। यह जान लेने की साजिश थी।'