विश्व
'नैन्सी पेलोसी वहां गईं तो ठीक नहीं होगा'...ताइवान से नजदीकियां बढ़ा रहे अमेरिका, तो चीन ने दी चेतावनी
Gulabi Jagat
7 April 2022 1:28 PM GMT
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ताइवान से नजदीकियां बढ़ा रहे अमेरिका
बीजिंग, पीटीआइ। चीन ने ताइवान से नजदीकियां बढ़ा रहे अमेरिका पर आंखें तरेरी हैं। चीन ने गुरुवार को अमेरिका के सामने राजनयिक विरोध दर्ज कराते हुए कड़ी चेतावनी दी कि यदि अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैन्सी पेलोसी ने ताइवान का दौरा किया तो ठीक नहीं होगा। अमेरिका के ऐसा करने पर चीन कड़े कदम उठाएगा। चीन ने यह भी कहा कि इस तरह की यात्रा से बीजिंग और वाशिंगटन के संबंधों पर प्रतिकूल असर पड़ेगा।
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन (Zhao Lijian) ने बीजिंग में एक प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि चीन पेलोसी की इस नियोजित यात्रा का मजबूती से विरोध करता है। अमेरिका नैन्सी पेलोसी के ताइवान दौरे को तुरंत रद्द करे। ताइवान के साथ आधिकारिक बातचीत बंद करे। झाओ ने यह भी कहा कि अमेरिका ताइवान के स्वतंत्र बलों का समर्थन नहीं करने की अपनी प्रतिबद्धता को पूरा करे।
झाओ लिजियन ने आगे कहा कि यदि अमेरिका ताइवान में दिलचस्पी बढ़ाता है तो चीन अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए कड़े कदम उठाएगा। इससे पैदा हुए नतीजों की जिम्मेदारी पूरी तरह अमेरिका की होगी। उन्होंने कहा कि हम केवल अपनी स्थिति को स्पष्ट कर रहे हैं। यदि नैन्सी पेलोसी ताइवान की यात्रा करती हैं तो चीन कड़े कदम उठाएगा।
दरअसल चीन ताइवान को अपना हिस्सा बताता है। चीन की ओर से बार बार ताइवान को एकीकृत किए जाने की चेतावनियां सामने आ चुकी हैं। हाल के महीनों में चीन ने ताइवान के आसपास अपनी सैन्य गतिविधियों को तेज कर दिया है। ताइवान के राजनेताओं की ओर से यह भी आशंकाएं जताई गई हैं कि यूक्रेन पर रूसी हमले की तरह ही चीन भी उनके भूभाग पर हमला करने की कोशिश कर सकता है।
इस बीच फिलीपीन और ताइवान के वैज्ञानिकों ने चीन की एक आक्रामक गतिविधि पर चिंता जताई है। समाचार एजेंसी एपी की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले महीने चीन का एक तटरक्षक पोत फिलीपीन और ताइवान के वैज्ञानिकों की एक शोध नौका के पास कई दिनों तक मंडराता रहा। इससे वैज्ञानिक खौफजदा रहे। वैज्ञानिकों का यह पोत समुद्र के भीतर भूकंपीय घटनाओं के बारे में अध्ययन कर रहा था।
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