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'कोई देश करता है लागू तो सैन्य संघर्ष में माना जाएगा शामिल'...यूक्रेन में नो फ्लाई जोन को लेकर पुतिन ने दी चेतावनी

Gulabi
5 March 2022 3:14 PM GMT
कोई देश करता है लागू तो सैन्य संघर्ष में माना जाएगा शामिल...यूक्रेन में नो फ्लाई जोन को लेकर पुतिन ने दी चेतावनी
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रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध का शनिवार को 10वां दिन है
कीव, एजेंसियां। रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध का शनिवार को 10वां दिन है। रूसी सेना ने यूक्रेन पर हमला तेज कर दिया है। इस बीच, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने ब्रसेल्स में यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल से मुलाकात की है। इस दौरान दोनों ने 'यूक्रेन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के लिए समर्थन' पर चर्चा की है। वहीं, यूक्रेन पर तेज हो रहे हमलों के बीच अब पश्चिम देशों से भी भाड़े के सैनिक राजधानी कीव समेत कई अन्य प्रमुख शहरों में भेजे जा रहे हैं। यह जानकारी रूसी दूतावास ने शनिवार को दी है।भारत-रूस संबंधों के साथ-साथ पूरी दुनिया पर युद्ध का पड़ेगा असर
भारत में रूस के दूत डेनिल अलीपोव ने कहा है कि यूक्रेन और रूस संकट का असर भारत-रूस संबंधों के साथ-साथ पूरी दुनिया पर पड़ेगा। साथ ही उन्होंने कहा कि यह असर कैसा होगा यह अभी नहीं कहा जा सकता है।
यूक्रेन में नो फ्लाई जोन को लेकर पुतिन ने दी चेतावनी
पोलैंड में तैनात अमेरिकी सैन्य कर्मियों की संख्या अब 10,000 से अधिक: ब्लिंकन
रूस और यूक्रेन युद्ध के बीच अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन सुरक्षा और शरणार्थियों पर वार्ता के लिए पोलैंड पहुंचे हुएं हैं। यहां उन्होंने कहा कि पोलैंड इस संकट से निपटने के लिए अहम काम कर रहा है। इसने यूक्रेन को सुरक्षा सहायता प्रदान करने के लिए बहुत कुछ किया है। 30 जनवरी के बाद से अमेरिका ने संख्या दोगुनी से अधिक कर दी है। पोलैंड में तैनात सैन्य कर्मियों की संख्या अब 10,000 से अधिक हो गई है।
पश्चिम देशों द्वारा भेजे जा रहे यूक्रेन में भाड़े के सैनिक: रूसी दूतावास
युद्ध के दसवें दिन रूसी दूतावास ने कहा कि पश्चिमी देशों ने यूक्रेन में युद्ध क्षेत्रों में भाड़े के सैनिकों के भेजने की संख्या बढ़ा दी है। यूके, डेनमार्क, लातविया, पोलैंड और क्रोएशिया ने आधिकारिक तौर पर अपने नागरिकों को यूक्रेन के क्षेत्र में शत्रुता में भाग लेने की अनुमति दी है। साथ ही रूसी दूतावास ने कहा कि अमेरिका ने एकेडेमी, क्यूबिक और डायनकार्प जैसे निजी सैन्य संगठनों की भर्ती के लिए बड़े पैमाने पर अभियान शुरू किया है। फ्रांसीसी विदेशी सेना भी यूक्रेन भेजने की योजना बना रही है। जर्मनी से भी कई लड़ाकों के आने की उम्मीद है।
16 हजार विदेशी लड़ाकों के आने की संभावना
रूसी दूतावास ने यह भी कहा कि यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के अनुसार यूक्रेन में लगभग 16,000 विदेशी लड़ाकों के आने की संभावना है। क्रोएशिया के लगभग 200 भाड़े के सैनिक पहले ही पोलैंड के माध्यम से देश में प्रवेश कर चुके हैं और यूक्रेन के दक्षिण पूर्व में बेकाबू नेशनल यूनिट में शामिल हो गए हैं।
छात्रों की सफल निकासी को लेकर वीके सिंह ने पोलैंड के शीर्ष अधिकारी से की मुलाकात
भारतीय छात्रों की यूक्रेन से निकासी के बीच केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह ने पोलैंड में पोडकारपाकी क्षेत्र के मार्शल व्लादिस्लाव ओर्टाइल से मुलाकात की है। इस क्षेत्र का यूक्रेनी सीमा पार करने के बाद अधिकांश भारतीयों द्वारा उपयोग किया जा रहा है। वीके सिंह ने ट्वीट किया कि मैं अपने लोगों के लिए पोलिश आतिथ्य के लिए आभार व्यक्त करता हूं।
रूसी सेना पर युद्धविराम तोड़ने का आरोप
रूसी सेना से घिरे यूक्रेन के बंदरगाह शहर मारियुपोल में अधिकारियों ने कहा कि वे मास्को की सेना पर युद्धविराम तोड़ने का आरोप लगाते हुए नागरिकों को निकालने में देरी कर रहे हैं।
भारतीयों सहित 30 हजार से अधिक लोगों को दी गई मदद
रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के बीच कई सारी संस्थाएं हैं जो मानवीय सहायता में लगी हुईं हैं। ऐसे ही एक सेवा इंटरनेशनल यूरोप के विनोद बी पिल्लई पूरे यूक्रेन में लोगों को भोजन और आश्रय के साथ मदद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारे पास विभिन्न शहरों में वालटिंयर्स हैं जो भारतीयों सहित सभी की मदद कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि जारी हमलों के बीच अब तक भारतीयों सहित 30,000 से अधिक लोगों को मदद दी गई है।
यूक्रेन के कुछ क्षेत्रों में युद्धविराम का पालन नहीं कर रहा रूस
यूक्रेन के राष्ट्रपति के सलाहकार ओलेक्सी एरेस्टोविच (Oleksiy Arestovych) ने एक टेलीविजन प्रसारण में कहा कि रूस कुछ क्षेत्रों में एक सहमत युद्धविराम (agreed ceasefire) का पालन नहीं कर रहा है। नागरिकों को मारियुपोल जैसे प्रमुख शहरों से निकालने की अनुमति देने के लिए एक संयुक्त संयंत्र को विफल कर रहा है।
यूक्रेन में मानवीय संघर्षविराम पूरे देश में होना चाहिए: तुर्की
तुर्की ने भी यूक्रेन में संघर्षविराम की घोषणा किए जाने पर जोर डाला है। तुर्की के विदेश मंत्री मेवलुत कैवुसोग्लू (Mevlut Cavusoglu) ने कहा कि दो यूक्रेनी शहरों में रूस द्वारा घोषित मानवीय संघर्ष विराम देशभर में होना चाहिए और निकासी और सहायता शिपमेंट के लिए गलियारे पूरे देश में खोले जाने चाहिए। एक संवाददाता सम्मेलन में बोलते हुए कैवुसोग्लू ने यह भी कहा कि युद्धविराम को स्थायी बनाया जाना चाहिए। यह कहते हुए कि अंकारा यूक्रेन में अपने नागरिकों को बस और ट्रेन से निकालने के लिए काम कर रहा है।
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