रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध को अब 12 दिन हो चुके हैं। 12वें दिन रूस ने यूक्रेन के कई शहरों में हमले तेज कर दिए। खारकीव में कई रिहायशी इलाकों पर भी हमला किया गया। इस बीच दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडल ने तीसरी बार वार्ता की, लेकिन कोई खास नतीजा नहीं निकला।यूक्रेन के राष्ट्रपति के एक सलाहकार ने कहा कि रूस के साथ तीसरे दौर की वार्ता संपन्न हुई, इस दौरान मानवीय गलियारा बनाने के संबंध में प्रगति हुई है। वहीं यूएनएससी में यूक्रेन की स्थिति पर चर्चा हुई जहां रूस ने मानवीय सहायता के प्रावधान पर राजनीतिकरण किए जाने का आरोप लगाया।
परमाणु ऊर्जा एजेंसी के मुताबिक, खारकीव में एक नए परमाणु अनुसंधान केंद्र को गोलाबारी से क्षतिग्रस्त कर दिया गया है। हालांकि उत्तर-पूर्वी यूक्रेन में क्षतिग्रस्त अनुसंधान केंद्र के पास विकिरण में कोई वृद्धि नहीं हुई है। यह अनुसंधान केंद्र रेडियो आइसोटोप का उत्पादन करता है और अनुसंधान और विकास के लिए इसका उपयोग किया जाता है। लेकिन इस हमले ने नियामकों को चिंतित कर दिया है।
रूस-यूक्रेन संघर्ष के मद्देनजर एक ओर जहां अमेरिका और यूरोपीय संघ मास्को पर लगाम लगाने के लिए अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ बीजिंग का यूक्रेन पर आक्रमण की निंदा करने से इनकार करना जारी है। इसी बीच चीन के विदेश मंत्री ने रूस के साथ चीन के संबंधों को 'लौहरक्षित' (लोहे की पत्तियों द्वारा ढका हुआ) बताया है। वांग यी ने सोमवार को कहा कि रूस उनके देश का "सबसे महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदार" है और मास्को के साथ संबंध "दुनिया में सबसे महत्वपूर्ण द्विपक्षीय संबंधों में से एक" है।
यूएनएससी की बैठक में रूस के प्रतिनिधि ने रूस की ओर यूक्रेनी नागरिकों को निकालने की संभावनाओं पर अपने बयान में कहा कि 'अधिकारियों ने इस तथ्य की अनदेखी की है कि रूस में पहले से ही यूक्रेनी शरणार्थी रह रहे हैं।' रूसी प्रतिनिधि ने कहा कि विशेष सैन्य अभियान के क्षेत्र से 1,68,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित रूप से रूस ले जाया गया है और पिछले 24 घंटे में 5,550 लोग सीमा पार कर चुके हैं। हम यूक्रेन से आने वाले नागरिकों के लिए अस्थायी आवास भी स्थापित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अन्य क्षेत्रों से आबादी की निकासी के मुद्दों के साथ-साथ मानवीय सहायता के प्रावधान का राजनीतिकरण किया जा रहा है। विशेष रूप से यूक्रेन द्वारा। यूक्रेनी पक्ष ने मानवीय गलियारों के खोलने के अनुरोध के लिए तीन घंटे से भी कम समय पहले हमें सूचना दी थी।
यूएनएससी में भारत ने कहा कि "हम यूक्रेन से 20,000 से अधिक भारतीयों को सुरक्षित वापसी की सुविधा प्रदान करने में सफल रहे हैं। हमने अन्य देशों के नागरिकों को उनके संबंधित देशों में लौटने में भी सहायता की है। हम आने वाले दिनों में भी ऐसा करने के लिए तैयार रहेंगे। उन्होंने कहा कि भारतीयों को स्वदेश लाने के लिए 80 से अधिक उड़ानें काम कर रही हैं। हम यूक्रेन में फंसे भारतीयों की वापसी के लिए यूक्रेन और उसके पड़ोसी देशों के अधिकारियों द्वारा प्रदान की गई सहायता की सराहना करते हैं। तिरुमूर्ति ने कहा कि भारत पहले ही यूक्रेन और उसके पड़ोसी देशों को मानवीय आपूर्ति भेज चुका है। इनमें दवाएं, टेंट, पानी के भंडारण टैंक, अन्य राहत सामग्री शामिल हैं। हम अन्य आवश्यकताओं की पहचान करने और उन्हें भेजने की प्रक्रिया में हैं।
यूएनएससी की बैठक में संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने कहा कि "हमने भारतीयों सहित सभी नागरिकों के लिए सुरक्षित मार्ग की अपनी तत्काल मांग को दोहराया है। हम इस बात से बहुत चिंतित हैं कि दोनों पक्षों से बार-बार आग्रह करने के बावजूद, सूमी में हमारे छात्रों के लिए एक सुरक्षित गलियारा नहीं बन पाया। उन्होंने कहा कि भारत दोनों देशों से शत्रुता को तत्काल समाप्त करने का आह्वान करता रहा है। हमारे प्रधानमंत्री ने एक बार फिर दोनों पक्षों के नेतृत्व से बात की और तत्काल युद्धविराम के लिए हमारे आह्वान को दोहराया और दोनों पक्षों को बातचीत के रास्ते पर लौटने की आवश्यकता पर जोर दिया।
यूएनएससी की बैठक में संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने कहा कि "यूक्रेन में बिगड़ती स्थिति और आगामी मानवीय संकट पर हमें तत्काल ध्यान देना चाहिए। संयुक्त राष्ट्र के अनुमान के अनुसार, पिछले ग्यारह दिनों में 15 लाख शरणार्थियों ने यूक्रेन के पड़ोसी देशों में शरण मांगी है।" तिरुमूर्ति ने आगे कहा कि "संयुक्त राष्ट्र के अनुमानों के अनुसार, अब तक 140 से अधिक नागरिक मारे जा चुके हैं, जिनमें एक युवा भारतीय छात्र भी शामिल है। भारत उनके निधन पर शोक व्यक्त करता है और हम उनके परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं। हम संघर्ष में हर नागरिक के नुकसान पर शोक व्यक्त करते हैं।"
कीव इंडिपेंडेंट ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि यूक्रेन की वायुसेना ने कीव के ऊपर रूसी विमान को मार गिराया है। इसके तुरंत बाद रात 9:10 बजे शहर के बाहरी इलाके में हुए हवाई संघर्ष में एक और रूसी विमान नष्ट हो गया। कीव इंडिपेंडेंट ने यूक्रेन के सशस्त्र बलों के कमांडर वेलेरी जालुजनी के हवाले से यह जानकारी दी है।