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आईबीएम ने रूस में कारोबार पर लगाई रोक, यूक्रेन ने रूसी मेजर जनरल के मारे जाने का दावा किया

Subhi
8 March 2022 12:41 AM GMT
आईबीएम ने रूस में कारोबार पर लगाई रोक, यूक्रेन ने रूसी मेजर जनरल के मारे जाने का दावा किया
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रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध को अब 12 दिन हो चुके हैं। 12वें दिन रूस ने यूक्रेन के कई शहरों में हमले तेज कर दिए। खारकीव में कई रिहायशी इलाकों पर भी हमला किया गया। इस बीच दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडल ने तीसरी बार वार्ता की, लेकिन कोई खास नतीजा नहीं निकला

रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध को अब 12 दिन हो चुके हैं। 12वें दिन रूस ने यूक्रेन के कई शहरों में हमले तेज कर दिए। खारकीव में कई रिहायशी इलाकों पर भी हमला किया गया। इस बीच दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडल ने तीसरी बार वार्ता की, लेकिन कोई खास नतीजा नहीं निकला।यूक्रेन के राष्ट्रपति के एक सलाहकार ने कहा कि रूस के साथ तीसरे दौर की वार्ता संपन्न हुई, इस दौरान मानवीय गलियारा बनाने के संबंध में प्रगति हुई है। वहीं यूएनएससी में यूक्रेन की स्थिति पर चर्चा हुई जहां रूस ने मानवीय सहायता के प्रावधान पर राजनीतिकरण किए जाने का आरोप लगाया।

टेक कंपनी अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मशीन निगम (आईबीएम) ने रूस में अपने सभी कारोबार को निलंबित कर दिया है। आईबीएम अमेरिकी बहुराष्ट्रीय प्रौद्योगिकी निगम है।

द कीव इंडिपेंडेंट ने यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय के खुफिया निदेशालय के प्रमुख के हवाले से बताया है कि यूक्रेन ने खारकीव के पास रूसी मेजर जनरल विटाली गेरासिमोव को मार गिराया है।

यूएनएससी की बैठक में रूस के प्रतिनिधि ने रूस की ओर यूक्रेनी नागरिकों को निकालने की संभावनाओं पर अपने बयान में कहा कि 'अधिकारियों ने इस तथ्य की अनदेखी की है कि रूस में पहले से ही यूक्रेनी शरणार्थी रह रहे हैं।' रूसी प्रतिनिधि ने कहा कि विशेष सैन्य अभियान के क्षेत्र से 1,68,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित रूप से रूस ले जाया गया है और पिछले 24 घंटे में 5,550 लोग सीमा पार कर चुके हैं। हम यूक्रेन से आने वाले नागरिकों के लिए अस्थायी आवास भी स्थापित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अन्य क्षेत्रों से आबादी की निकासी के मुद्दों के साथ-साथ मानवीय सहायता के प्रावधान का राजनीतिकरण किया जा रहा है। विशेष रूप से यूक्रेन द्वारा। यूक्रेनी पक्ष ने मानवीय गलियारों के खोलने के अनुरोध के लिए तीन घंटे से भी कम समय पहले हमें सूचना दी थी।

यूएनएससी में भारत ने कहा कि "हम यूक्रेन से 20,000 से अधिक भारतीयों को सुरक्षित वापसी की सुविधा प्रदान करने में सफल रहे हैं। हमने अन्य देशों के नागरिकों को उनके संबंधित देशों में लौटने में भी सहायता की है। हम आने वाले दिनों में भी ऐसा करने के लिए तैयार रहेंगे। उन्होंने कहा कि भारतीयों को स्वदेश लाने के लिए 80 से अधिक उड़ानें काम कर रही हैं। हम यूक्रेन में फंसे भारतीयों की वापसी के लिए यूक्रेन और उसके पड़ोसी देशों के अधिकारियों द्वारा प्रदान की गई सहायता की सराहना करते हैं। तिरुमूर्ति ने कहा कि भारत पहले ही यूक्रेन और उसके पड़ोसी देशों को मानवीय आपूर्ति भेज चुका है। इनमें दवाएं, टेंट, पानी के भंडारण टैंक, अन्य राहत सामग्री शामिल हैं। हम अन्य आवश्यकताओं की पहचान करने और उन्हें भेजने की प्रक्रिया में हैं।

यूएनएससी की बैठक में संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने कहा कि "हमने भारतीयों सहित सभी नागरिकों के लिए सुरक्षित मार्ग की अपनी तत्काल मांग को दोहराया है। हम इस बात से बहुत चिंतित हैं कि दोनों पक्षों से बार-बार आग्रह करने के बावजूद, सूमी में हमारे छात्रों के लिए एक सुरक्षित गलियारा नहीं बन पाया। उन्होंने कहा कि भारत दोनों देशों से शत्रुता को तत्काल समाप्त करने का आह्वान करता रहा है। हमारे प्रधानमंत्री ने एक बार फिर दोनों पक्षों के नेतृत्व से बात की और तत्काल युद्धविराम के लिए हमारे आह्वान को दोहराया और दोनों पक्षों को बातचीत के रास्ते पर लौटने की आवश्यकता पर जोर दिया।


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