
x
रूस के विपक्षी नेता और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के कट्टर आलोचक एलेक्सी नवालनी जेल में भूख हड़ताल पर बैठे हुए हैं
रूस (Russia) के विपक्षी नेता और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) के कट्टर आलोचक एलेक्सी नवालनी (Alexei Navalny) जेल में भूख हड़ताल (Hunger Strike) पर बैठे हुए हैं. लेकिन उनकी टीम का कहना है कि रूसी जेल के अधिकारियों ने जबरदस्ती खिलाने (Force-feeding) की धमकी दी है. 31 मार्च से भूख हड़ताल शुरू करने के बाद से अब तक नवालनी का वजन आठ किलोग्राम तक कम हो गया है. नवालनी मॉस्को से बाहर एक जेल में अपनी 2.5 साल से ज्यादा की सजा काट रहे हैं.
नवालनी की टीम ट्विटर पर एक पोस्ट के जरिए कहा, भूख हड़ताल की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन नवालनी को रोजाना जबरदस्ती खाना खिलाना शुरू करने की धमकी दे रहा है. इसमें कहा गया कि पिछले हफ्ते विपक्षी नेता को खांसी और बुखार आया था. इसके बाद उन्हें अस्पताल की जेल में ले जाया गया, लेकिन फिर उन्हें जेल की सलाखों के पीछे कर दिया गया. जेल के अधिकारी अभी भी नवालनी को डॉक्टर को दिखाने की अनुमति नहीं दे रहे हैं.
नर्व एजेंट से किया था नवालनी को खामोश करने का प्रयास
टीम के पोस्ट में कहा गया कि 44 वर्षीय विपक्षी नेता का वर्तमान में वजन 77 किलोग्राम है. 31 मार्च को भूख हड़ताल शुरू करने के दौरान उनका वजन 85 किलोग्राम था. इस तरह वजन में आठ किलोग्राम की गिरावट हुई है. बता दें कि पिछले साल अगस्त में नर्व एजेंट दिए जाने के बाद नवालनी बेहद ही मुश्किल से बच पाए थे. इसके बाद वह जर्मनी में अपना इलाज करवाने चले गए. वहीं, जर्मनी से रूस लौटने पर उन्हें गिरफ्तार कर जेल में भेज दिया गया.
इस वजह से शुरू की भूख हड़ताल
एलेक्सी नवालनी ने जेल में भूख हड़ताल इसलिए शुरू की, क्योंकि उनका कहना था कि उन्हें पीठ में दर्द हो रहा है और उनके पैर सुन्न पड़ रहे हैं. लेकिन इन सबके बावजूद भी उन्हें बेहतर मेडिकल सुविधा नहीं मुहैया कराई जा रही है. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सबसे बड़े आलोचकों में से एक नवालनी को जनवरी के मध्य में जर्मनी से रूस लौटने पर गिरफ्तार किया गया था. उन्हें एक पुराने पैसों के गबन मामले में फरवरी में 2.5 साल से ज्यादा की सजा सुनाई गई.
हाथों ने काम करना बंद किया: नवालनी की टीम
रूसी विपक्षी नेता की डिफेंस टीम ने पिछले हफ्ते से जेल में पहुंचकर उनसे मुलाकात की थी. टीम ने बताया था कि उनके हाथों ने भी काम करना बंद कर दिया है. नवालनी को राजधानी मॉस्को से 100 किलोमीटर दूर पॉकरोव कस्बे में स्थित एक जेल में रखा गया है. नवालनी के वकील और सहयोगी मांग कर रहे हैं कि उन्हें एक नियमित अस्पताल में ट्रांसफर किया जाए. क्रेमलिन ने कहा है कि नवालनी किसी विशेष उपचार के हकदार नहीं हैं.

Gulabi
Next Story