अफगानिस्तान में हालात बदतर होते जा रहे हैं. हर ओर दहशत का माहौल है. खुद की जान बचाने के लिए लोग देश छोड़कर भाग रहे हैं. काबुल एयरपोर्ट पर लोगों की भीड़ दिखाई दे रही है. अफगानी महिलाओं की बेबसी का आलम ये है कि अपने जिगर के टुकड़ों को कंटीले तारों के ऊपर से उस पार फेंक रही हैं. दहशत और आतंक की इन खबरों के बीच आज बेहद ही प्यारी तस्वीरें सामने आईं, जिसमें मां से बिछड़ी मासूम बच्ची पर तुर्की सैन्य अधिकारी ममता लुटाते हुए दिखाई दिए. काबुल के हामिद करजई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर तैनात तुर्की सुरक्षा बल दुनिया के लिए एक मिसाल कायम कर रहे हैं. तुर्की के सैनिकों की ऐसी तस्वीरें सामने आई हैं, जिन्हें देख हर कोई उनकी तारीफ कर रहा है. तुर्की सैनिक मां से बिछड़ी दो माह की मासूम की देखभाल करते नजर आए. जंग के मैदान में खून बहाने वाले सैनिकों की इस दरियादिली ने हर किसी का दिल जीत लिया है.
तालिबान के सत्ता में आने के बाद जो लोग देश छोड़ना चाहते हैं, उनके लिए काबुल हवाई अड्डे के आसपास उम्मीदों का इंतजार जारी है. महिलाओं और बच्चों सहित हजारों लोग हवाईअड्डे की जांच चौकी पर निकासी की प्रक्रिया पूरी होने के इंतजार में रात बिता रहे हैं. कठिन परिस्थितियों में देश से निकलने का इंतजार कर रहे लोगों की तुर्की सुरक्षाबलों द्वारा मदद की जा रही है. Daily sabah की रिपोर्ट के मुताबिक तुर्की सैनिकों द्वारा इन लोगों की पानी और भोजन की व्यवस्था की जा रही है. हालांकि इस बीच तुर्की सैनिकों की दो माह की बच्ची की देखभाल करते हुए कुछ तस्वीरें सामने आई हैं, जिन्हें देख इन सैन्य अधिकारियों की तारीफ हो रही है. दरअसल काबुल एयरपोर्ट पर मची उथल-पुथल के बीच दो माह की बच्ची हदिया रहमानी अपनी मां फरिस्ता रहमानी से बिछड़ गई.
इस बच्ची की देखभाल करने के लिए तुर्की सैनिकों ने मदद की. तुर्की सैनिक इस बच्ची को गोद में उठाकर दुलार करते नजर आए. बताया गया है कि ये बच्ची अपने पिता अली मूसा रहमानी के पास थी, जो उत्तरी द्वार पर लाइन में खड़े थे. जब तुर्की सैनिकों ने इस निराश पिता को देखा, तो उसकी मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाये. तुर्की सैनिकों ने भूख से बिलख रही इस बच्ची को दूध पिलाया. इसके बाद बच्ची को खूब दुलार किया. एक तुर्की सैन्य अधिकारी बच्ची को गोद में लेकर घूमते हुए नजर आए, तो तुर्की की महिला सैन्य अधिकारी मां की तरह इस बच्ची पर ममता लुटाते हुए देखी गई.