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समुद्र मे कैसे की गई उसकी घेराबंदी, ताइवान के लिए कितना बड़ा है चीनी खतरा

Admin4
3 Aug 2022 4:14 PM GMT
समुद्र मे कैसे की गई उसकी घेराबंदी, ताइवान के लिए कितना बड़ा है चीनी खतरा
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न्यूज़क्रेडिट:आजतक

चीन और ताइवान के बीच नई तनातनी का दौर शुरू हो चुका है. इस तनाव की स्क्रिप्ट लिखी है अमेरिकी संसद की स्पीकर नैंसी पेलोसी ने जिनके एक दौरे ने चीन और ताइवान को आमने-सामने खड़ा कर दिया है. हालात ऐसे हो गए हैं कि कई सालों बाद फिर चीन के लड़ाकू विमान ताइवान के एयर स्पेस में देखने को मिले हैं. इसके अलावा समुद्र में भी ताइवान को आइसोलेट करने के लिए चीन ने उसकी घेराबंदी शुरू कर दी है.

इस समय चीन के दो बड़े एयरक्राफ्ट कैरियर Taiwan Strait के पास मौजूद हैं. एक है Shandong (CV-17) और दूसरा है Liaoning-001.

Shandong (CV-17)

Shandong (CV-17) की बात करें तो ये एक ऐसा एयरक्रॉफ्ट कैरियर है जो दूसरे शिपों के साथ चलता है. इस कैरियर में भारी मात्रा में विस्फोटक भी मौजूद रहते हैं. ज्यादातर ये कैरियर Type 075 वाले एसॉल्ट शिप के साथ ही देखा जाता है. ये एयरक्रॉफ्ट कैरियर साल 2017 में कमिशन हुआ था. एक बार में ये कैरियर 36 एयरक्रॉफ्ट लेकर चल सकता है. इसकी लंबाई 305m है.

चीन का Liaoning-001 एयरक्रॉफ्ट भी काफी अत्याधुनिक है. ये कम से कम 8 वॉरशिप के साथ मिलकर अपना स्ट्राइक ग्रुप बनाता है. इस एयरक्रॉफ्ट कैरियर का कमीशन 1988 में हुआ था. इसकी लंबाई 304 मीटर है. इस कैरियर पर एक बार में 40 एयरक्रॉफ्ट ले जाएं जा सकते हैं.

वैसे इस समय चीन की ताइवान के पोर्ट्स पर भी पैनी नजर है. ये वहीं पोर्ट्स के जिसके जरिए ताइवान अपना दुनिया के साथ व्यापार करता है. यहां भी सबसे बड़ी कंटेनर फैसिलिटी तो Taipei पोर्ट पर है. हर साल उस पोर्ट पर 3000 के करीब शिप आते हैं. ताइवान के जो दूसरे पोर्ट हैं वो भी खेती, चीनी व्यापार, तेल व्यापार के लिए काफी मायने रखते हैं. लेकिन उन्हीं पोर्ट की गतिविधियों में अवरोध पैदा करने के लिए चीन नई रणनीति पर काम कर रहा है.

यहां ये जानना जरूरी हो जाता है कि चीन के अलावा ताइवान की धरती पर अमेरिका की उपस्थिति भी अच्छी खासी है. अभी इस समय अमेरिका के चार वॉरशिप ताइवान में तैनात हैं.

LHA-6 - USS America

अमेरिकी नेवी की ये एक खास एसॉल्ट शिप है. ये शिप एक बार में अपने साथ 1800 जवान और भारी मात्रा में हथियार ले जाए जा सकते हैं. इस शिप की लंबाई 261m है.

LHA-7 - USS – Tripoli

257 मीटर लंबा ये शिप 2017 में लॉन्च हुआ था. त्रिपोली एक बार में 20 F-35B जैसे हेलीकॉप्टर अपने साथ ले जा सकता है. वैसे इस शिप का नाम त्रिपोली इसलिए पड़ा क्योंकि US Marine Corps ने त्रिपोली के खिलाफ बैटल ऑफ दरना में जीत दर्ज की थी.

वैसे अमेरिका सुरक्षा की कितनी भी गारंटी क्यों ना दे, लेकिन ताइवान और चीन की किसी भी मामले में तुलना करना भी गलत रह सकता है. असल में मिलिट्री ताकत वाले मामले में चीन, ताइवान से काफी आगे है. उसके पास अभी 20 लाख के करीब सक्रिय जवान है, वहीं ताइवान में ये संख्या 1, 63,000 पर सिमट जाती है. इसी तरह चीन के पास अभी 4000 के करीब एयरक्रॉफ्ट हैं तो वहीं ताइवान के पास सिर्फ 800.


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