x
यहूदी मरुद्यान को अरब में खेइबर कहा जाता है
दुबई, एजेंसी। वर्ष 2015 के परमाणु समझौते को बचाने के लिए वियना में अमेरिका के साथ वार्ता की शुरुआत के एक दिन बाद ही ईरान ने एक नई मिसाइल से पर्दा उठाया है। सरकारी टीवी ने बुधवार को सामने आई इस बैलिस्टिक मिसाइल की मारक क्षमता 1,450 किलोमीटर बताई है। ईरान का दावा है कि उसके पास 2,000 किमी मारक क्षमता वाली बैलिस्टिक मिसाइलें भी हैं, जो क्षेत्र में स्थित अमेरिका के दोनों सैन्य ठिकानों और इजरायल के भीतर किसी भी लक्ष्य को निशाना बना सकती हैं।
सरकारी टीवी के अनुसार, 'नई मिसाइल का प्रदर्शन उस समय किया गया जब इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कोर (आइआरजीसी) के शीर्ष सैन्य नेता ने मिसाइल बेस का दौरा किया। यह तीसरी पढ़ी की मिसाइल है, जिसे आइआरजीसी ने विकसित किया है। ठोस इंधन से संचालित उच्च गतिशीलता वाला यह हथियार मिसाइल ढालों को भेदने में सक्षम है। यह खेइबर शेकन का उन्नत संस्करण है, जिसका वजन उसी श्रेणी की मिसाइलों का एक तिहाई है।'
यहूदी मरुद्यान को अरब में खेइबर कहा जाता है। ईरान ने अपने मिसाइल कार्यक्रम को अमेरिका, इजरायल व अन्य विरोधी पक्षों के खिलाफ अहम कदम बताया है। ईरानी मीडिया ने सैन्य प्रमुख मेजर जनरल मोहम्मद बाघेरी के हवाले से कहा, 'बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम जारी रहेगा।' इस बीच ईरान के शीर्ष सुरक्षा अधिकारी अली शामखानी ने ट्वीट किया, 'अमेरिकी सरकार के फैसले बताते हैं कि वियना वार्ता को बढ़ाने के लिए उस देश में कोई तालमेल नहीं है।'
उल्लेखनीय है कि सुन्नी मुसलमान बहुल सऊदी अरब, शिया बहुल ईरान का क्षेत्रीय प्रतिद्वंद्वी है। उधर, इजरायल ने ईरान के परमाणु कार्यक्रमों में कटौती के उद्देश्य से जारी वियना वार्ता के विफल रहने पर सैन्य कार्रवाई की चेतावनी दी है। वर्ष 2018 में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप परमाणु समझौते से पीछे हट गए थे और प्रतिबंधों को फिर से लागू कर दिया था, जिसके बाद ईरान ने समझौते की शर्तो का उल्लंघन शुरू कर दिया था। जो बाइडन के राष्ट्रपति पद संभालने के बाद अप्रैल से अब तक ईरान व वैश्विक शक्तियों के बीच आठ दौर की वार्ता हो चुकी है।
उत्तर कोरिया ने किया अमेरिका तक मार करने वाली मिसाइल के परीक्षण का दावा
उत्तर कोरिया ने मंगलवार को दावा किया कि वह परमाणु हथियार व उन्नत मिसाइलों से लैस विश्व के गिनेचुने देशों में शामिल है और अमेरिका तक मार करने में सक्षम मिसाइलों का परीक्षण करके दुनिया को हिला सकता है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की तरफ से लागू प्रतिबंधों के बीच उत्तर कोरिया द्वारा हाल में किए गए बैलिस्टिक मिसाइलों के परीक्षण ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तनाव पैदा कर दिया है। जनवरी में ही उसने सात मिसाइलों के परीक्षण किए हैं।
उत्तर कोरिया के विदेश मंत्रालय द्वारा जारी बयान के अनुसार, 'नए साल की शुरुआत से जारी मिसाइल परीक्षण हमारी उल्लेखनीय उपलब्धि है और युद्ध से बचाव की क्षमता को मजबूत करता है। वर्ष 2017 के बाद पहली बार दागी गई परमाणु क्षमता संपन्न ह्वासोंग-15 मिसाइल अमेरिका के किसी भी हिस्से को निशाना बना सकती है। दुनिया में 200 से ज्यादा देश हैं, जिनमें से सिर्फ कुछ के पास ही हाइड्रोजन बम, अंतर महाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल व हाइपरसोनिक मिसाइलें उपलब्ध हैं।'
Next Story