x
आंतरिक मामले में किसी अन्य देश के हस्तक्षेप को कतई बर्दाश्त नहीं करेगा.
भारत और पाकिस्तान ने गुरुवार को एक दूसरे की जेल में बंद कैदियों की सूची का आदान प्रदान किया है. सूचियों का आदान प्रदान राजनयिक माध्यम से किया गया है. पाकिस्तान ने जिन 609 कैदियों की सूची सौंपी है, उनमें से 558 मछुआरे हैं (Indians in Pakistani Jails). दोनों देशों के बीच साल 2008 के एक समझौते के प्रावधानों के तहत हर साल एक जनवरी और एक जुलाई को इस तरह की सूचियों का आदान प्रदान किया जाता है.
विदेश मंत्रालय ने बताया, 'आज पाकिस्तान की सरकार ने इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग को 609 भारतीय कैदियों की सूची सौंपी है. इनमें 558 मछुआरे हैं और 51 आम नागरिक हैं.' वहीं भारत सरकार ने नई दिल्ली में स्थित पाकिस्तान के उच्चायोग को यहां की जेल में बंद 345 पाकिस्तानी कैदियों की सूची सौंपी है (How Many Pakistani in Indian Jail). इनमें 74 मछुआरे और 271 अन्य आम नागरिक हैं. सूचियों का आदान प्रदान दोनों देशों में चल रहे तनाव के बीच भी जारी रहता है.
कैदियों की जांच की तैयारी
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में ये भी बताया है कि वह पाकिस्तान की जेल में बंद भारतीय कैदियों की मानसिक स्थिति की जांच के लिए भारतीय चिकित्सा विशेषज्ञों की एक टीम को वीजा प्रदान करेगी. साथ ही संयुक्त न्यायिक समिति की यात्रा को लेकर तारीख तय की जाएगी. विदेश मंत्रालय ने बताया है कि उसने कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus Pandemic) की स्थिति को देखते हुए पाकिस्तान से कहा है कि वह सभी भारतीय कैदियों की सुरक्षा और कल्याण को ध्यान में रखे.
भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव
भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव अब भी बना हुआ है. भारत के जम्मू कश्मीर में हाल ही में हुए ड्रोन हमले में भी पाकिस्तान का नाम सामने आया था. इसके अलावा वहां के नेता आए दिन कश्मीर (Kashmir Issue) का राग अलापते रहते हैं. जबकि भारत कई बार कह चुका है कि वह अपने देश के आंतरिक मामले में किसी अन्य देश के हस्तक्षेप को कतई बर्दाश्त नहीं करेगा.
Next Story