लंबे समय से वैज्ञानिक इस रहस्य से पर्दा उठाने की प्रयास कर रहे हैं कि प्रवासी पक्षी (Migratory Birds) इतनी लंबी दूरी का रास्ता तय कर अपनी सही दिशा कैसे खोज लेते हैं. इस दिशा में उन्हें एक अहम सफलता मिली है जिसने उन्हें इस गुत्थी को सुलझाने के और करीब ला दिया है. वैज्ञानिकों ने रॉबिन चिड़िया (Robin Birds) का अध्ययन कर ऐसे सुराग हासिल किए जो बताते हैं कि पक्षी पृथ्वी (Earth) की मैग्नेटिक फील्ड का संवेदन कैसे करते हैं. जबकि इंसानों को इसके लिए कुतुबनुमा यानि (Magnetic compass) की जरूरत होती है. इस तरह से पक्षियों के पास जीता जागता जिंदा कुतुबनुमा होता है, माना जा सकता है.
नेचर में प्रकाशित इस अध्ययन के मुताबिक पक्षियों (Birds) की आंखों में ऐसा रसायन होता है जो चुंबकत्व (Magnetism) के प्रति संवेदनशील होता है. यह रसायन ही शोधकर्ताओं के मत को सिद्ध कर सकता है. यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफोर्ड में रसायन शास्त्र के प्रोफेसर पीटर होर का कहना है कि पक्षी पृथ्वी की मैग्नेटिक (Earth Magnetic Field) को देख सकते हैं. शोधकर्ताओं यह भी कहना है कि अभी तक यह सुनिश्चित नहीं किया जा सकता है, लेकिन वे अपनी पड़ताल से बहुत उत्साहित हैं