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आग के चपेट में आई 16 नौकाएं
हांगकांग (Hong Kong) में रविवार तड़के तूफान आश्रय स्थल में आग लगने से कम से कम 16 नौकाएं (Boats) इसकी चपेट में आ गईं, जिसके बाद 10 नौकाएं डूब गईं. आग (Fire) तड़के ढाई बजे 'एबरडीन दक्षिण' तूफान आश्रय स्थल में लगी और छह घंटे से अधिक समय बाद इस पर काबू पाया गया. सार्वजनिक प्रसारक 'आरटीएचके' के अनुसार दमकल कर्मियों ने 35 लोगों को नौकाओं से बचाया.
रिपोर्ट के मुताबिक इसमें किसी के घायल होने की सूचना नहीं है लेकिन एक व्यक्ति के अस्वस्थ महसूस करने पर उसे अस्पताल ले जाया गया आग लगने के कारणों का फिलहाल पता नहीं चल सका है और मामले की जांच की जा रही है. जानकारी के मुताबिक हांगकांग के टाइफून शेल्टर में तड़के करीब 2:30 बजे आग लग गई. आग इतनी भयानक थी कि अग्निशमन दल ने छह घंटे तक कड़ी मेहनत के बाद इस पर काबू पाया.
चार टीमों ने पाया आग पर काबू
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक आग को बुझाने के लिए अग्निशमन दल ने 11 फायर बोट मॉनिटर और आठ जेट का इस्तेमाल किया. जानकारी के मुताबिक चार टीमों ने मिलकर स्थिति पर काबू पाया. इससे पहले श्रीलंका के तट के पास एक मालवाहक जहाज में लगी आग ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियां बटोरी थीं और पर्यावरणविदों का ध्यान खींचा था. मालवाहक जहाज में आग लगने के बाद 'पर्यावरणीय त्रासदी और प्रदूषण' का खतरा पैदा हो गया है.
श्रीलंका के समुद्री क्षेत्र में मालवाहक जहाज के जलकर डूब जाने के बाद से पानी में 'जहर' घुल गया है. इस वजह से समुद्री जीवों की जान पर बन आई है. अब तक 100 से ज्यादा कछुए, एक दर्जन डॉल्फिन और एक ब्लू व्हेल समुद्र तट पर मृत मिले हैं. इस जहाज के डूबने के बाद अनेक समुद्री जीवों के मारे जाने की आशंका पैदा हो गई है.
12 दिनों तक जलती रही आग
पारिस्थितिकी विज्ञानियों का मानना है कि जलीय जीवों की मृत्यु का जहाज में आग लगने और उसमें से खतरनाक रसायनों के स्राव से सीधा संबंध है. सिंगापुर के झंडे वाले एक्सप्रेस पर्ल जहाज में 12 दिन तक आग लगी रही. यह पिछले हफ्ते कोलंबो के मुख्य बंदरगाह के पास डूब गया. हालांकि सरकारी अधिकारियों ने कहा कि जलीय जीवों से जुड़े इन कारणों की अस्थायी रूप से पुष्टि हुई है और पूरी तरह जांच अभी बाकी है.
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