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इससे पहले सरकार के एक अन्य सहयोगी और पांच सांसद रखने वाले दल बलूचिस्तान अवामी पार्टी (बीएपी) ने भी विपक्ष के साथ जाने का ऐलान कर दिया था.
पाकिस्तान की सिसायी उठापटक के बीच ये तय है कि प्रधानमंत्री इमरान खान को अविश्वास प्रस्ताव का सामना करना ही पड़ेगा. पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट ने बीते दिन अपने फैसले में डिप्टी स्पीकर के अविश्वास प्रस्ताव को खारिज करने के फैसले को रद्द करते हुए पाकिस्तानी संसद को फिर से बहाल कर दिया. पाकिस्तान में मचे इस सियासी संकट के बीच गृह मंत्री शेख रशीद ने बड़ा बयान दिया है.
'आपातकाल-राज्यपाल शासन की सलाह दी थी'
गृह मंत्री शेख रशीद का कहना है कि उन्होंने इमरान खान से कहा है कि हमारे पास इस्तीफा देने का आखिरी विकल्प है. उन्होंने कहा मैं सही था, मैंने आपातकाल और राज्यपाल शासन की सलाह दी थी, लेकिन उनकी सलाह नहीं ली गई. उन्होंने कहा कि तीन महीने पहले मैंने पीएम इमरान खान से इस्तीफा देने और संसद को भंग करने के लिए कहा था.
अविश्वास प्रस्ताव पर 09 अप्रैल को वोटिंग होगी
बता दें कि पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट ने पीएम इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग करने का आदेश दे दिया है. नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव पर 09 अप्रैल को वोटिंग होगी. सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद कोर्ट के बाहर गो नियाजी, गो के नारे लग रहे थे. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव में अगर इमरान खान की हार होती है, तो विपक्ष नया प्रधानमंत्री चुने.
दरअसल, पीएम इमरान खान जानते थे कि उनके पास बहुत नहीं है, इसलिए वो अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग का सामना नहीं करना चाहते थे. इमरान खान ने सत्तारूढ़ गठबंधन के एक मुख्य सहयोगी दल एमक्यूएम-पी के विपक्षी खेमे में जाने के एलान के साथ ही बहुमत खो दिया था. एमक्यूएम-पी के पास 7 सांसद हैं. इससे पहले सरकार के एक अन्य सहयोगी और पांच सांसद रखने वाले दल बलूचिस्तान अवामी पार्टी (बीएपी) ने भी विपक्ष के साथ जाने का ऐलान कर दिया था.
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