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तालिबान ने अफगानिस्तान को 'इस्लामिक अमीरात ऑफ अफगानिस्तान' नाम दिया है
अफगानिस्तान (Afghanistan) के 'सूचना और संस्कृति मंत्रालय' ने नए कैबिनेट के ऐलान से पहले काबुल (Kabul) में होर्डिंग लगाना, दीवारों पर नारे लिखना और झंडे फहराना शुरू कर (Hoardings in Afghanistan) दिया है. माना जा रहा है कि तालिबान (Taliban) आज सरकार बनाने का ऐलान कर देगा. इस्लामिक अमीरात ऑफ अफगानिस्तान के सांस्कृतिक आयोग के अहमदुल्ला मुत्ताकी ने सोशल मीडिया पर इन तस्वीरें को ट्वीट किया है. तालिबान ने अफगानिस्तान को 'इस्लामिक अमीरात ऑफ अफगानिस्तान' नाम दिया है.
मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि मुल्ला अब्दुल गनी बरादर (Mullah Abdul Ghani Baradar) अफगान सरकार का नेतृत्व कर सकता है. इस्लामिक ग्रुप में मौजूद सूत्रों ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी. मुल्ला बरादर कतर स्थित तालिबान के राजनीतिक कार्यालय का प्रमुख भी है. मुल्ला बरादर को कराची में सुरक्षा बलों ने 2010 में गिरफ्तार किया था और उसे अमेरिका के कहने पर 2018 में रिहा किया गया. बताया गया है कि तालिबान के संस्थापक मुल्ला उमर के बेटे मुल्ला मोहम्मद याकूब और शेर मोहम्मद अब्बास स्टानिकजईको भी सरकार में वरिष्ठ पद मिल सकता है.
हक्कानी नेटवर्क को भी मिलेगी सरकार में जगह
اطلاعاتو او کلتور وزارت په #کابل کې د کابینې اعلانولو په خاطر پر دېوالونو د شعارونو کښل او په ښار کې د بیرغونو پورته کولو بهیر پیل کړ. pic.twitter.com/9rwWdmi7gT
— Ahmadullah Muttaqi (@Ahmadmuttaqi01) September 3, 2021
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल ही रहेगी और तालिबान कंधार (Kandahar) से सरकार नहीं चलाएगा. इसकी पुष्टि हो गई है. तालिबान नेताओं ने कहा कि काबुल में राष्ट्रपति भवन में एक समारोह आयोजित किया जाएगा. तालिबान के संस्थापक मुल्ला उमर के बेटे मोहम्मद याकूब और 1996 से 2001 के बीच अफगानिस्तान में चरमपंथियों के सत्ता में आने के समय उप विदेश मंत्री रहे शेर मोहम्मद अब्बास स्टानिकजई की नई सरकार में वरिष्ठ भूमिकाएं होंगी. हक्कानी नेटवर्क को भी कैबिनेट में जगह मिलेगी क्योंकि सिराजुद्दीन हक्कानी के सरकार में शामिल होने की संभावना है.
कैबिनेट का हिस्सा बनने वाले सभी लोग काबुल पहुंचे
हिबतुल्ला अखुंदजादा इस्लाम के ढांचे के भीतर धार्मिक मामलों और शासन पर ध्यान केंद्रित करेगा, जबकि बरादर सरकार के मुखिया होगा. संयुक्त अरब अमीरात ने तालिबान पर कब्जे के बाद पहली बार अफगानिस्तान को तत्काल चिकित्सा और खाद्य सहायता के लिए एक विमान भेजा. रिपोर्ट्स में कहा गया है कि नए कैबिनेट का हिस्सा बनने वाले सभी नेता काबुल पहुंच गए हैं. पिछले कुछ दिनों में काबुल में वार्ताओं का दौर जारी है. तालिबान अन्य देशों के राजनयिकों से लगातार बात कर रहा है. तालिबान ने शुक्रवार को कहा कि वेस्टर्न यूनियन देश में अपना काम फिर से शुरू करेगा.
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