फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी पर 2012 में चुनाव के दौरान वित्तपोषण कानून तोड़ने के मामले की सुनवाई एक माह बाद समाप्त हुई। इस पर फैसला जल्द सुनाए जाने की संभावना है।
वित्तपोषण कानून तोड़ने के जुर्म में निकोलस सरकोजी को हो सकती है जेल
इस बीच अभियोजकों ने उन्हें छह माह की जेल के साथ छह माह की निलंबित कैद देने का अनुरोध किया है। अभियोजकों ने अदालत से सरकोजी पर 3,750 यूरो (4,468 डॉलर) का जुर्माना लगाने को भी कहा है।
2007 से 2012 तक फ्रांस के राष्ट्रपति रहे सरकोजी ने इस सुनवाई के दौरान गलत काम करने से इनकार किया। उन पर 2.25 करोड़ यूरो की अधिकतम कानूनी राशि का लगभग दोगुना खर्च करने का आरोप है। इसके बाद फिर से हुए चुनाव में वे सोशलिस्ट फ्रांकोइस ओलांद से चुनाव हार गए थे।
66 वर्षीय सरकोजी को भ्रष्टाचार और एक अन्य मामले में दोषी पाए जाने के बाद मुकदमा चला। उन्होंने उस फैसले के खिलाफ अपील की है। अभियोजकों ने पिछले हफ्ते अपने निष्कर्ष में कहा कि सरकोजी 2012 के चुनाव से हफ्तों पहले जानते थे कि फ्रांसीसी कानून के तहत उनके अभियान का वित्तपोषण सीमाएं लांघ रहा था। लेकिन फिर भी उन्होंने अधिक पैसा खर्च किया गया और चुनाव में पर्यवेक्षण प्रणाली नहीं बनाई गई। उन्होंने 2017 में सक्रिय राजनीति से सन्यास ले लिया।