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क्या आपने कभी सोचा? धरती के बाहर अंतरिक्ष में कब पैदा होगा पहला बच्चा और तब कहां बसेंगे लोग, चांद या मंगल पर...

Gulabi
26 May 2021 1:05 PM GMT
क्या आपने कभी सोचा? धरती के बाहर अंतरिक्ष में कब पैदा होगा पहला बच्चा और तब कहां बसेंगे लोग, चांद या मंगल पर...
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धरती के बाहर अंतरिक्ष में कब पैदा होगा पहला बच्चा और तब कहां बसेंगे लोग

ब्रह्मांड की दुनिया को लेकर अक्सर कई सवाल हमारे दिमाग के चलते रहते हैं. ऐसे कई अनसुलझे सवाल हैं, जो अक्सर हमें हैरान करते रहते हैं. ऐसा ही कई सवाल हैं, जैसे धरती से बाहर अंतरिक्ष में पहला बच्चा कब पैदा होगा? वो कौन सा ग्रह है, जहां नया जीवन जन्म लेगा? अंतरिक्ष युग के शुरुआती 50 साल सरकार का फोकस सिर्फ सेटेलाइट लॉन्च और लोगों को पृथ्वी की कक्षा में भेजने पर रहा.

मगर अब समय बदल रहा है और सैकड़ों निजी अंतरिक्ष कंपनियां एक नई इंडस्ट्री के रूप में स्थापित हो चुकी हैं. इससे अरबों डॉलर का राजस्व आ रहा है. 'द कंन्वरेशन' में एरिजोना यूनिविर्सिटी के प्रोफेसर क्रिस इम्फे के मुताबिक अगले 30 साल में लोग अंतरिक्ष में रहना शुरू कर देंगे. इसके बाद ही वहां पहला बच्चा पैदा हो सकेगा.

इन देशों में मची होड़
अंतरिक्ष की दुनिया को खंगालने की जब शुरुआत हुई थी, तो प्रतिस्पर्धा अमेरिका और सोवियत संघ के बीच थी. मगर 1969 में NASA ने चांद पर कदम रखा. लेकिन इसी दौरान सोवियत संघ का बजट सिमटता चला गया और रूस अंतरिक्ष में वर्चस्व की होड़ से बाहर हो गया. पृथ्वी की कक्षा में पहला इंसान भेजने के बावजूद रूस पीछे होता चला गया. अब दौड़ चीन और अमेरिका के बीच है. इसके अलावा टेस्ला के स्पेसएक्स (Tesla SpaceX) समेत कई निजी कंपनियां रेस में शामिल हो गई हैं.
चांद या मंगल, कौन सा ग्रह होगा पहला घर
कई देश चांद और मंगल तक पहुंच चुके हैं. मगर अब सवाल यह है कि वो कौन सा ग्रह होगा, जहां सबसे पहले इंसान अपना घर बसाएगा? चांद या मंगल? किसी स्पेसक्राफ्ट के लिए मंगल की दूरी चांद से एक हजार गुना ज्यादा है. तो ऐसे में इंसान धरती के पास ही अपना पहला ग्रह बसाना चाहेगा. ऐसे में चांद ही पहली पसंद होगी. चीन रूस के साथ मिलकर चांद के साउथ पोल पर 2036 से 2045 के बीच एक दीर्घकालीन केंद्र बनाने की तैयारी में है. जबकि नासा अगले एक दशक में चांद पर स्थायी बेस बना सकता है.-

अंतरिक्ष में बच्चा पैदा करने की चुनौतियां
धरती की तुलना में चांद या मंगल पर जीवन बिताना तनावपूर्ण और मुश्किल हो सकता है. इसलिए वहां पहुंचने वाले इंसानों को परिवार बढ़ाने से पहले कुछ साल बिताकर खुद को वहां के अनुरूप ढालना होगा. इसके अलावा प्रेगनेंसी और प्रजनन स्वास्थ्य की बायोलॉजी को लेकर भी रिसर्च करने की जरूरत है. दूसरे ग्रह पर गुत्वाकर्षण धरती से अलग है, ऐसे में बच्चा पैदा करने की प्रक्रिया में मुश्किलें आ सकती हैं. गर्भ में पल रहे बच्चे या मां को बड़ा नुकसान हो सकता है. इसके अलावा बच्चों को दूसरे ग्रह में पालना भी आसान काम नहीं है. सुविधाएं जुटाने में दशकों का समय लग सकता है.
चांद के बाद मंगल
पृथ्वी और मंगल ग्रह
नासा स्पेसएक्स के साथ मिलकर मंगल ग्रह पर भी इंसानी बस्ती बसाना चाहता है. मगर पहला लक्ष्य चांद ही है. नासा ने हालांकि अभी तक इस योजना के लिए कोई टाइमलाइन निर्धारित नहीं की है. दूसरी ओर एलन मस्क (Elon Musk) घोषणा कर रहे हैं कि 2050 तक मंगल पर इंसानों की बस्ती होगी.

गर्भवती महिला को भेजने की तैयारी
एक डच स्टार्टअप कंपनी SpaceLife Origin किसी गर्भवती महिला को अंतरिक्ष में 250 मील तक भेजना चाहता है ताकि वह स्पेस में बच्चे को जन्म दे सके. मगर इसके लिए कानून, मेडिकल और नैतिक बाधाएं हैं. एक और कंपनी Orbital Assembly Corporation 2027 तक पृथ्वी की कक्षा में एक लग्जरी होटल खोलने की तैयारी में है. प्रोफेसर क्रिस इम्फे के मुताबिक 2040 तक अंतरिक्ष में पहला बच्चा पैदा हो सकता है.
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