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आ गई कोरोना की चौथी लहर? टॉप साइंटिस्ट का आया बड़ा बयान
jantaserishta.com
13 Jun 2022 9:30 AM GMT
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न्यूज़ क्रेडिट: हिंदुस्तान
नई दिल्ली: कोरोना महामारी अभी खत्म नहीं हुई है। यह हर 4-6 महीने में एक बार सिर उठाती है। WHO के चीफ साइंटिस्ट सौम्य स्वामिनाथन ने कहा है कि सभी देशों के लिए जरूरी है कि वे अपने नागरिकों को वैक्सीन की बूस्टर डोज दिलवाएं। उन्होंने कहा कि विशेष रूप से ज्यादा उम्र वाले लोगों को तीसरी डोज लगनी बहुत जरूरी है। बूस्टर शॉट पर जोर देते हुए आईसीएमआर के पूर्व प्रमुख ने कहा, 'जिन लोगों में संक्रमण की आशंका ज्यादा है उनके लिए बूस्टर शॉट बहुत ही जरूरी है।'
उन्होंने कहा, हर 4 से 6 महीने में देखा जा रहा है कि संक्रमण बढ़ता है। भारत में भी इन दिनों लगातार संक्रमण बढ़ने लगा है। जून महीने की शुरुआत से ही ट्रेंड ऊपर की ओर दिखायी दे रहा है। भारत में रविवार को कोरोना के 8582 नए केस सामने आए थे। इस समय देश में ऐक्टिव केस 44,513 हो गए हैं। टॉप साइंटिस्ट ने कहा कि कोरोना के बढ़ते ट्रेंड के पीछ कई वजहें हैं।
वैज्ञानिक ने बताया कि बीए 4 और 5 वेरिएंट तेजी से फैलता है। इसके अलावा कोरोना बढ़ने के पीछे लोगों को व्यवहार भी है। केस कम होते ही लोगों ने एहतियात बरतनी छोड़ दी। इसके अलावा भीड़-भाड़ वाले कार्यक्रम होने लगे। लोगों ने मास्क का उपयोग करना बंद कर दिया। ऐसे में कोरोना के मामले फिर बढ़ने लगे। इन परिस्थितियों को देखते हुए वैक्सीन का तीसरा डोज जरूरी हो गया है।
आंकड़े बताते हैं कि भारत में 60 साल के ऊपर के 15 फीसदी लोगों को बूस्टर डोज लग गई है। वहीं 45 से 59 साल के बीच के 1 फीसदी लोगों को बूस्टर डोज लगी है।कुछ राज्यों में 18 साल के ऊपर के लोगों को ज्यादा बूस्टर डोज दी गई है। लद्दाख में 31 फीसदी, आंध्र प्रदेश में 10 फीसदी, अंडमान नीकोबार में 9 फीसदी, लक्षद्वीप, सिक्किम और दिल्ली में लगभग 8 फीसदी लोगों को बूस्टर डोज दी जा चुकी है।
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