ग्वादर बंदरगाह पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में, हिंदुस्तान की अमेरिका कर रहा मदद

तेहरान: हिंद महासागर पर चीन और भारत के बीच प्रतिद्वंदिता किसी से छिपी नहीं है। भारत की नौसेना को इस हिस्से में अब अमेरिका का भी समर्थन मिलने लगा है। लेकिन इसके बीच अरब सागर पर जो कुछ हो रहा है, उस पर शायद किसी की नजर नहीं जा रही है। अरब सागर केदो प्रमुख बंदरगाह हैं, ईरान का चाबहार और पाकिस्तान का ग्वादर। एक जहां भारत के पास है तो दूसरा चीन ने खरीदा है। चाबहार की डील साल 2016 में उस समय हुई जब भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ईरान की यात्रा पर गए थे। उस डील को भारत के लिए रणनीतिक तौर पर महत्वपूर्ण करार दिया गया। ग्वादर पोर्ट चीन के चीन-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर (CPEC) का हिस्सा है। ग्वादर को हासिल करने का मकसद हिंद महासागर पर अपनी पैठ जमाना था। जबकि चाबहार, भारत को अफगानिस्तान के करीब लेकर आता है। दोनों ही बंदरगाह अपने-अपने लिहाज से काफी अलग हैं।