दुजारिक ने कहा, "ब्लू लाइन के पार गोलीबारी में वृद्धि से महासचिव बहुत चिंतित हैं।" "इन कार्रवाइयों ने लेबनान और इजरायल दोनों को खतरे में डाल दिया है, साथ ही क्षेत्रीय सुरक्षा और स्थिरता को भी खतरा है।" ब्लू लाइन एक सीमा रेखा है जो इजरायल और लेबनान को अलग करती है। लेबनान में संयुक्त राष्ट्र अंतरिम बल (यूनिफिल) के साथ 895 भारतीय शांति सैनिक तैनात हैं, जो यहां गश्त करते हैं। महासचिव ने तत्काल तनाव कम करने तथा सभी पक्षों से दुश्मनी समाप्त करने तथा सुरक्षा परिषद के संकल्प 1701 को पूरी तरह से लागू करने का आह्वान किया है।
यूनिफिल तथा लेबनान के लिए संयुक्त राष्ट्र के विशेष समन्वयक कार्यालय (यूएनएससीओएल) ने एक संयुक्त वक्तव्य में कहा कि प्रस्तावों को लागू करना "आगे बढ़ने का एकमात्र स्थायी तरीका है"। दोनों यूएन संगठनों ने कहा, "ब्लू लाइन पर चिंताजनक घटनाक्रमों के मद्देनजर, यूएनएससीओएल तथा यूनिफिल सभी से संघर्ष विराम करने तथा आगे और अधिक आक्रामक कार्रवाई से बचने का आह्वान करते हैं।"
उनके बयान में कहा गया है, "हम तनाव कम करने के लिए अपने संपर्क जारी रखेंगे।" यूनिफिल के साथ तैनात भारतीय शांति सैनिक इजरायल तथा हिजबुल्लाह के बीच टकराव में फंस गए हैं। हिजबुल्लाह एक शिया मुस्लिम पार्टी है, जिसके पास अपनी खुद की मजबूत मिलिशिया है, और यह दक्षिणी लेबनान में स्थित है। रविवार को हिजबुल्लाह ने अपने मिलिट्री कमांडर फौद शुकुर की हत्या का बदला लेने की तैयारी की तो इजरायल ने लेबनान में मिसाइल और रॉकेट ठिकानों पर लगभग 100 जेट विमानों से हवाई हमले किए।
हिजबुल्लाह ने भी इजरायल और उसके कब्जे वाले गोलन हाइट्स में सैन्य ठिकानों पर 321 रॉकेट और ड्रोन से जवाबी हमला किया। इस दौरान हिजबुल्लाह के तीन सदस्य और एक इजरायली सैनिक मारे गए।