पाकिस्तान की एक आतंक रोधी अदालत ने पिछले साल पूर्वी पंजाब प्रांत में ईशनिंदा के आरोपों पर अपने बैंक प्रबंधक की हत्या करने के जुर्म में एक पूर्व सुरक्षा गार्ड को मौत की सजा सुनाई है। लाहौर से करीब 190 किलोमीटर दूर सरगोधा शहर की अदालत ने अहमद नवाज को सजा-ए-मौत सुनाते हुए उस पर छह लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया है।
लाहौर से करीब 250 किलोमीटर दूर खुशाब जिले में नेशनल बैंक ऑफ पाकिस्तान (एनबीपी) की शाखा में सुरक्षा गार्ड के तौर पर तैनात नवाज ने पिछले साल अपने बॉस शाखा प्रबंधक मलिक इमरान हनीफ की गोली मारकर हत्या कर दी थी। बाद में उसने दावा किया कि बैंक प्रबंधक ने ईशनिंदा की थी
स्थनीय मौलवी उसके समर्थन में आए और उस पुलिस थाने की घेराबंदी भी की जिसमें नवाज को हिरासत में रखा गया था। पुलिस ने नवाज के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया और पीड़ित के परिवार की शिकायत पर आतंकवाद के आरोप भी शामिल किए थे। परिवार ने हनीफ द्वारा ईशनिंदा करने के आरोपों से इनकार किया था। पीड़ित परिवार ने कहा कि नवाज वेतन में वार्षिक वृद्धि न दिए जाने के कारण हनीफ से नाराज था और हत्या से पहले दोनों के बीच झगड़ा भी हुआ था।