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ग्रेटा थनबर्ग ने गलती से टूलकिट को ट्वीट के साथ साझा, सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर है पीटर

Nilmani Pal
15 Feb 2021 6:00 PM GMT
ग्रेटा थनबर्ग ने गलती से टूलकिट को ट्वीट के साथ साझा, सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर है पीटर
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टूलकिट मामले में खुल रहीं साजिश की कड़ियों ने पुलिस के भी होश उड़ा दिए हैं

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। टूलकिट मामले में खुल रहीं साजिश की कड़ियों ने पुलिस के भी होश उड़ा दिए हैं। गनीमत रही कि पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग ने गलती से टूलकिट को ट्वीट के साथ साझा कर सार्वजनिक कर दिया। इससे भारत की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर छवि खराब करने की साजिश का भंडाफोड़ हो गया।

2005 से भारत की सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर है पीटर

दिल्ली पुलिस ने सोमवार को कहा कि यह एक ऐसा दस्तावेज था जिसे चुनिंदा लोगों को ही दिया जाना था। मो धालीवाल के बाद पीटर फ्रेडरिक भी अहम कड़ी है। उसी ने तय किया था कि ट्वीट में हैशटैग क्या होगा, किसे फॉलो करना है और कब क्या ट्वीट करना है। मलेशिया में रह रहा पीटर 2005 से ही भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के रडार है। जांच हो रही है कि पीटर का नाम टूलकिट के रिसोर्स में क्यों डाला गया?

पीटर खालिस्तानी आतंकी भिंडर के संपर्क में 2006 से है

पीटर खालिस्तानी आतंकी भजन सिंह भिंडर के संपर्क में 2006 से है और खालिस्तान समर्थक समूह के-2 ग्रुप से ताल्लुक रखता है। उसने दावा किया है कि वह फासीवाद पर शोध करने वाला एक कार्यकर्ता है। वह अमेरिका में महात्मा गांधी की मूर्ति खंडित करने वालों में शामिल था।

टूलकिट को खालिस्तानी समर्थकों ने बनाया था, 26 जनवरी को दिल्ली में उपद्रव को अंजाम दिया

टूलकिट की प्रारंभिक जांच से पता चला कि इसे खालिस्तानी समर्थक समूह से जुड़े लोगों ने बनाया था। इसमें बनाई गई कार्ययोजना के मुताबिक ही 26 जनवरी को दिल्ली में उपद्रव की घटनाओं को अंजाम दिया गया। जांच से पता चला है कि कनाडा की रहने वाली पुनीत नाम की महिला ने दिशा रवि, निकिता जैकब व शांतनु आदि को खालिस्तान समर्थक पोएटिक जस्टिस फाउंडेशन से जोड़ा था।

11 जनवरी को जूम एप पर हुई बैठक में तय की गई कार्रवाई11 जनवरी को जूम एप पर हुई बैठक में तय की गई कार्रवाई के आधार पर निकिता, शांतनु, दिशा व अन्य ने टूलकिट बनाई जिसे ग्लोबल फार्मर स्ट्राइक और ग्लोबल डे आफ एक्शन 26 जनवरी के शीर्षक से गूगल डॉक्स पर तैयार किया गया। इसमें अलगाववादी व खालिस्तान से जुड़ी सामग्री और लिंक थे। मुंबई में निकिता से मिली जानकारी के आधार पर शांतनु व दिशा से पूछताछ के लिए दिल्ली पुलिस की टीम को बीड और बेंगलुरु भेजा गया था।



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