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मेलबर्न, (आईएनएस)। ग्रेग बार्कले को एक बार फिर से आईसीसी के चेयरमैन के पद पर दो साल के लिए नियुक्त किया गया है। जि़म्बाब्वे क्रिकेट (जेडसी) के अध्यक्ष तवेंगवा मुकुहलानी ने शुक्रवार देर रात इस चुनाव से नाम वापस ले लिया था। बार्कले इस पद पर 2024 तक बने रहेंगे।
16 सदस्यों द्वारा हिस्सा लिए जाने वाले चुनाव से पहले ही बार्कले को स्पष्ट बहुमत मिलने की पूरी उम्मीद जताई गई थी। ऐसे में मुकुहलानी का मैदान पर उतरना ही बड़ा आश्चर्यजनक और रोचक फैसला था। चुनाव नियमों में यह कहा गया है कि विजेता का निर्धारण साधारण बहुमत से होगा।
आईसीसी बोर्ड में लंबे समय तक निदेशक रहे मुकुहलानी के पास एशियाई ब्लॉक के कुछ छोटे देशों सहित कम से कम छह समर्थक थे। हालांकि हमेशा की तरह बीसीसीआई ने मतदान प्रक्रिया पर काफी प्रभाव डाला।
अनौपचारिक रूप से यह कह दिया गया था कि बीसीसीआई बार्कले का समर्थन करने के लिए सोच रहा है। इसके बावजूद बीसीसीआई ने सभी को अंत तक संशय में रखा। आईसीसी में किसी ने आधिकारिक तौर इस बारे में चर्चा नहीं की है। एक से अधिक निदेशकों ने ईएसपीएनक्रिकइंफों को बताया कि बीसीसीआई प्रभावशाली वित्त और वाणिज्यिक मामलों की समिति में एक प्रमुख सीट चाहता है, जो न केवल आईसीसी आयोजनों के लिए बजट आवंटन तय करती है, बल्कि इसकी देखभाल भी करती है।
परिणामस्वरूप जय शाह और अरुण धूमल (आईपीएल अध्यक्ष) के नेतृत्व में बीसीसीआई का खेमा मेलबर्न में इस सप्ताह के अंत में होने वाली आईसीसी बोर्ड की बैठकों से एक सप्ताह से अधिक समय पहले ऑस्ट्रेलिया गया। शाह अब भारत के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली की जगह पर आईसीसी बोर्ड में बीसीसीआई प्रतिनिधि के रूप में रहेंगे। वहीं धूमल मुख्य कार्यकारी समिति में रहेंगे। इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि शाह एफ एंड सीए का भी हिस्सा होंगे और वह मार्च 2023 में अपनी अगली बैठक में क्रिकेट आयरलैंड के पूर्व अध्यक्ष रॉस मक्कलम से समिति के अध्यक्ष के रूप में पदभार ग्रहण करने के लिए तैयार हैं, जो जल्द ही सेवानिवृत्त होने वाले हैं।
शशांक मनोहर के कार्यकाल में आईसीसी ने 2017 में पावर स्ट्रक्च र में बदलाव किया था और एक नया वित्तीय मॉडल सामने रखा था। इससे छोटे पूर्ण सदस्य देशों की कमाई को बढ़ाया गया। इसके बाद बीसीसीआई ने सार्वजनिक रूप से कहा है कि वह इसका बड़ा हिस्सा हासिल करने का प्रयास करेगा। डिज्नी स्टार के द्वारा 2024-27 के बीच पुरुषों और महिलाओं के आयोजनों के प्रसारण अधिकार खरीदे थे। इसके बाद आईसीसी का राजस्व पूल काफी बड़ा हो गया था। यही नहीं,एक बार जब आईसीसी संयुक्त राज्य अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और यूरोप सहित बाकी देशों में प्रसारण अधिकार बेचेगा है तो यह राजस्व और ज्यादा बढ़ जाएगा।
ग्रेग बार्कले एक बार फिर से बने आईसीसी के अध्यक्ष
(16:25)
Greg Barclay unanimously re-elected as ICC Independent Chairman for second time.मेलबर्न, 12 नवम्बर (आईएनएस)। ग्रेग बार्कले को एक बार फिर से आईसीसी के चेयरमैन के पद पर दो साल के लिए नियुक्त किया गया है। जि़म्बाब्वे क्रिकेट (जेडसी) के अध्यक्ष तवेंगवा मुकुहलानी ने शुक्रवार देर रात इस चुनाव से नाम वापस ले लिया था। बार्कले इस पद पर 2024 तक बने रहेंगे।
16 सदस्यों द्वारा हिस्सा लिए जाने वाले चुनाव से पहले ही बार्कले को स्पष्ट बहुमत मिलने की पूरी उम्मीद जताई गई थी। ऐसे में मुकुहलानी का मैदान पर उतरना ही बड़ा आश्चर्यजनक और रोचक फैसला था। चुनाव नियमों में यह कहा गया है कि विजेता का निर्धारण साधारण बहुमत से होगा।
आईसीसी बोर्ड में लंबे समय तक निदेशक रहे मुकुहलानी के पास एशियाई ब्लॉक के कुछ छोटे देशों सहित कम से कम छह समर्थक थे। हालांकि हमेशा की तरह बीसीसीआई ने मतदान प्रक्रिया पर काफी प्रभाव डाला।
अनौपचारिक रूप से यह कह दिया गया था कि बीसीसीआई बार्कले का समर्थन करने के लिए सोच रहा है। इसके बावजूद बीसीसीआई ने सभी को अंत तक संशय में रखा। आईसीसी में किसी ने आधिकारिक तौर इस बारे में चर्चा नहीं की है। एक से अधिक निदेशकों ने ईएसपीएनक्रिकइंफों को बताया कि बीसीसीआई प्रभावशाली वित्त और वाणिज्यिक मामलों की समिति में एक प्रमुख सीट चाहता है, जो न केवल आईसीसी आयोजनों के लिए बजट आवंटन तय करती है, बल्कि इसकी देखभाल भी करती है।
परिणामस्वरूप जय शाह और अरुण धूमल (आईपीएल अध्यक्ष) के नेतृत्व में बीसीसीआई का खेमा मेलबर्न में इस सप्ताह के अंत में होने वाली आईसीसी बोर्ड की बैठकों से एक सप्ताह से अधिक समय पहले ऑस्ट्रेलिया गया। शाह अब भारत के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली की जगह पर आईसीसी बोर्ड में बीसीसीआई प्रतिनिधि के रूप में रहेंगे। वहीं धूमल मुख्य कार्यकारी समिति में रहेंगे। इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि शाह एफ एंड सीए का भी हिस्सा होंगे और वह मार्च 2023 में अपनी अगली बैठक में क्रिकेट आयरलैंड के पूर्व अध्यक्ष रॉस मक्कलम से समिति के अध्यक्ष के रूप में पदभार ग्रहण करने के लिए तैयार हैं, जो जल्द ही सेवानिवृत्त होने वाले हैं।
शशांक मनोहर के कार्यकाल में आईसीसी ने 2017 में पावर स्ट्रक्च र में बदलाव किया था और एक नया वित्तीय मॉडल सामने रखा था। इससे छोटे पूर्ण सदस्य देशों की कमाई को बढ़ाया गया। इसके बाद बीसीसीआई ने सार्वजनिक रूप से कहा है कि वह इसका बड़ा हिस्सा हासिल करने का प्रयास करेगा। डिज्नी स्टार के द्वारा 2024-27 के बीच पुरुषों और महिलाओं के आयोजनों के प्रसारण अधिकार खरीदे थे। इसके बाद आईसीसी का राजस्व पूल काफी बड़ा हो गया था। यही नहीं,एक बार जब आईसीसी संयुक्त राज्य अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और यूरोप सहित बाकी देशों में प्रसारण अधिकार बेचेगा है तो यह राजस्व और ज्यादा बढ़ जाएगा।
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