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डूबते को तिनके का सहारा! सऊदी के शरण में इमरान का जाना आया काम, कंगाल पाक को 3 अरब डॉलर की मिली 'भीख'

Renuka Sahu
27 Oct 2021 3:33 AM GMT
डूबते को तिनके का सहारा! सऊदी के शरण में इमरान का जाना आया काम, कंगाल पाक को 3 अरब डॉलर की मिली भीख
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फाइल फोटो 

नया पाकिस्तान का नारा लेकर सत्ता में आए इमरान खान ने पाकिस्तान की हालत खराब कर दी है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। नया पाकिस्तान का नारा लेकर सत्ता में आए इमरान खान ने पाकिस्तान की हालत खराब कर दी है। पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था खस्ताहाल है, आवाम महंगाई से बेहाल है और देश तेजी से कंगाली की ओर बढ़ रहा है, ऐसे में पड़ोसी मुल्क के लिए डूबते को तिनके का सहारा बनकर सऊदी अरब सामने आया है। कंगाली की कगार पर खड़े पाकिस्तान को सऊदी ने बड़ी राहत दी है। सऊदी अरब ने कहा है कि वह पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक में 3 बिलियन अमेरिकी डॉलर जमा कर रहा है, ताकि विदेशी भंडार के साथ नकदी की कमी वाले देश पाकिस्तान की मदद की जा सके। मंगलवार को सऊदी फंड फॉर डेवलपमेंट ने यह घोषणा की।

द सऊदी फंड फॉर डेवलपमेंट ने कहा कि वह स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान (एसबीपी) में 3 अरब डॉलर जमा कर रहा है। इतना ही नहीं, बयान में कहा गया कि एक आधिकारिक निर्देश जारी किया गया है, जिसके तहत इस साल तेल उत्‍पादों के व्‍यापार के वित्‍तपोषण के लिए पाकिस्‍तान को 1.2 अरब डॉलर दिया जाएगा। सऊदी अरब ने पाकिस्‍तान को ऐसे वक्त में यह राहत दी है, जब पड़ोसी मुल्क आर्थिक संकट से जूझ रही है और उसकी अर्थव्‍यवस्‍था दिवालिया होने की कगार पर है।
खुद पाकिस्‍तान के सूचना मंत्री फवाद चौधरी और ऊर्जा मंत्री हमद अजहर ने पाकिस्‍तान को सऊदी अरब से मिलने वाली इस मदद की पुष्टि की है। अजहर ने समाचार साझा करते हुए कहा कि यह वैश्विक वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि के परिणामस्वरूप हमारे व्यापार और विदेशी मुद्रा खातों पर दबाव को कम करने में मदद करेगा।
बता दें कि पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने रियाद में सोमवार को मिडिल ईस्ट ग्रीन इनिशिएटिव समीट के इतर सऊदी अरब के क्राउंन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान बिन अब्दुलाजीज अल सौद से मुलाकात की थी। इमरान खान 23 से 25 अक्टूबर तक सऊदी अरब के दौरे पर थे, जहां वह रियाद में मिडल ईस्ट ग्रीन इनिशियेटिव (एमजीआई) सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में शामिल हुए। इस तरह से देखा जाए तो सऊदी के शरण में जाना इमरान खान के लिए काम आ गया।
इससे पहले मई महीने में पाकिस्तानी मंत्री फवाद चौधरी ने कहा था कि सऊदी अरब डेफर्ड पेमेंट पर पाकिस्‍तान के लिए तेल सुविधा को फिर शुरू करने पर सहमत हो गया है। वहीं, वित्त मंत्री शौकत तारिन ने इस महीने की शुरुआत में दोहराया था कि सऊदी अरब पाकिस्तान को डेफर्ड पेमेंट पर तेल उपलब्ध कराने पर सहमत हो गया है।
इससे पहले सऊदी अरब ने पाकिस्तान को 6 बिलियन अमरीकी डॉलर का वित्तीय पैकेज प्रदान किया था, जिसमें स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान में 3 बिलियन डॉलर जमा और शेष 3 बिलियन डॉलर वार्षिक आधार पर डेफर्ड पेमेंट पर तेल सुविधा के लिए शामिल थे। पिछले साल पाकिस्तान और सऊदी अरब के रिश्तों में उस वक्त खटास आ गई थी, जब विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने सऊदी अरब को कश्मीर मुद्दे पर भारत के खिलाफ कार्रवाई करने से इनकार करने के बाद एक कड़ी चेतावनी जारी की थी।


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