यमन में संघर्ष कर रही सऊदी की अगुवाई वाले गठबंधन बलों ने किंगटम पर हमले के लिए लांच किए गए 8 ड्रोनों को नष्ट कर दिया। यह जानकारी स्थानीय मीडिया ने दी। बता दें कि सोमवार सुबह यूनाइटेड अरब अमीरात (यूएई) की राजधानी अबूधाबी के एयरपोर्ट के नजदीक ड्रोन हमले से तेल से भरे तीन ट्रक टैंकरों में विस्फोट के बाद आग लग गई। आग ने कुछ ही देर में एयरपोर्ट को भी चपेट में ले लिया। आग से एयरपोर्ट के छोटे से हिस्से को नुकसान हुआ है। कुछ देर रुकी रहने के बाद विमान सेवाएं फिर सामान्य हो गईं।
घटना में मारे गए तीन लोगों में दो भारतीय और एक पाकिस्तानी हैं। ईरान समर्थित हाउती विद्रोहियों ने इस हमले की जिम्मेदारी ली। हाउती विद्रोही कई वर्षो से यमन में कब्जे की लड़ाई लड़ रहे हैं। देश की राजधानी सना समेत बड़े इलाके पर उनका कब्जा भी हो गया है। वहां पर सरकारी सेना के साथ सऊदी अरब के नेतृत्व वाली सुन्नी मुस्लिम देशों की सेनाएं विद्रोहियों से लड़ रही हैं।
विद्रोहियों से लड़ रहे गठबंधन में यूएई भी शामिल है। यूएई के सैनिकों ने हाल ही में यमन के तेल क्षेत्र में हाउती विद्रोहियों के खिलाफ लड़ाई छेड़ी है। हाउती विद्रोही सऊदी अरब में अक्सर ड्रोन और मिसाइलों से हमले करते रहते हैं और यूएई पर भी हमले की धमकी देते रहते हैं। अपुष्ट सूत्रों के अनुसार 2018 में उन्होंने अबूधाबी एयरपोर्ट पर ड्रोन से हमला किया भी था। सोमवार की घटना में तीन लोग मारे गए हैं जबकि छह घायल हुए हैं। यह घटना अबूधाबी के मुसफ्फा इलाके में स्थित एक सरकारी कंपनी के तेल भंडार में हुई। वहां खड़े तीन ट्रक टैंकरों में कुछ मिनट के अंतर से विस्फोट के बाद आग लगी।
कुछ ही देर में आग आसपास के इलाके में फैल गई और काला धुंआ आसमान में छा गया। अबूधाबी पुलिस ने कहा है कि शुरुआती जांच में पता चला है कि घटना से कुछ देर पहले नजदीक के आकाश में ड्रोन जैसा एक छोटा विमान उड़ रहा था। वह ट्रकों में विस्फोट और आग लगने का कारण हो सकता है।
पुलिस के अनुसार घटना में बड़ा नुकसान नहीं हुआ। पुलिस ने मारे गए लोगों के नाम और पहचान नहीं बताई। इस सिलसिले में जानकारी प्राप्त करने के लिए भारतीय दूतावास अबूधाबी के प्रशासन के संपर्क में है। इस बीच सूचना मिली है कि इस घटना के मद्देनजर दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन ने अपना प्रस्तावित यूएई दौरा रद कर दिया है।