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अफगानिस्तान में सरकार के गठन को टाला गया, अब अगले हफ्ते होगी घोषणा

Neha Dani
4 Sep 2021 11:33 AM GMT
अफगानिस्तान में सरकार के गठन को टाला गया, अब अगले हफ्ते होगी घोषणा
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ताकि उनकी सरकार के लिए उनका समर्थन मांगा जा सके. इससे पहले सूत्रों ने बताया था कि मुल्ला बरादर देश का प्रमुख बन सकता है.

तालिबान (Taliban) ने अफगानिस्तान (Afghanistan) में एक नई सरकार के गठन (Taliban Government Formation) को अगले हफ्ते के लिए टाल दिया है. चरमपंथी संगठन के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद (Zabiullah Mujahid) ने शनिवार को इसकी जानकारी दी. इसके पीछे की वजह तालिबान द्वारा एक व्यापक और समावेशी सरकार को आकार देने में कठिनाई का सामना करना है. तालिबान एक ऐसी सरकार का गठन करना चाहता है, जिसे अंतरराष्ट्रीय समुदाय (International community) मान्यता दे सके. गौरतलब है कि तालिबान ने 15 अगस्त को काबुल पर कब्जा किया था.

तालिबान के शनिवार को काबुल में नई सरकार के गठन की घोषणा करने की उम्मीद थी. माना जा रहा है कि इस सरकार का नेतृत्व संगठन के सह-संस्थापक मुल्ला अब्दुल गनी बरादर (Mulla Abdul Ghani Baradar) के हाथों में होगा. ये दूसरा मौका है जब तालिबान ने 15 अगस्त को काबुल पर कब्जा करने के बाद से काबुल में नई सरकार के गठन को टाल दिया है. मुजाहिद ने इस मामले को लेकर अधिक जानकारी दिए बिना कहा, नई सरकार और कैबिनेट सदस्यों के बारे में घोषणा अब अगले सप्ताह की जाएगी. प्रवक्ता ने कल कहा था कि चार सितंबर को सरकार गठन का ऐलान होगा.
सभी की भागीदारी वाली सरकार बनाना चाहता है तालिबान
सरकार के गठन पर विभिन्न समूहों के साथ बातचीत के लिए तालिबान द्वारा गठित एक समिति के सदस्य खलील हक्कानी (Khalil Haqqani) ने बताया कि क्यों सरकार गठन में देरी हो रही है. उन्होंने कहा कि तालिबान एक व्यापक-आधारित सरकार बनाना चाह रहा है, जिसमें सभी की भागीदारी हो और इसे दुनिया स्वीकार करे. वास्तव में यही वजह है, जिस कारण सरकार गठन में देरी हो रही है. उन्होंने कहा, तालिबान अपनी खुद की सरकार बना सकता है. लेकिन अब वे एक ऐसा प्रशासन बनाने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है, जिसमें समाज के सभी दलों, समूहों और वर्गों का उचित प्रतिनिधित्व हो.
पूर्व पीएम और गनी के भाई को भी मिलेगी सरकार में जगह
खलील हक्कानी ने इस बात को स्वीकार किया कि दुनिया में तालिबान को अकेले मान्यता नहीं दी सकती है. उन्होंने कहा, अफगानिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और जमीयत ए इस्लामी अफगानिस्तान के प्रमुख गुलबुद्दीन हिकमतयार और पूर्व अफगान राष्ट्रपति अशरफ गनी के भाई को तालिबान सरकार में प्रतिनिधित्व दिया जाएगा. इन लोगों ने तालिबान को अपना समर्थन देने की घोषणा की है. उन्होंने कहा कि तालिबान अन्य हितधारकों के साथ बातचीत करने की प्रक्रिया में है, ताकि उनकी सरकार के लिए उनका समर्थन मांगा जा सके. इससे पहले सूत्रों ने बताया था कि मुल्ला बरादर देश का प्रमुख बन सकता है.


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