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जापान में तय समय से महज दो मिनट पहले दफ्तर छोड़ने वाले सरकारी कर्मचारियों को भी जापान में सैलरी कट का सामना करना पड़ा है। 10 मार्च को फुनाबाशी सिटी बोर्ड ऑफ एजुकेशन ने इस फैसले का ऐलान किया है। बोर्ड ऑफ एजुकेशन ने कहा कि मई 2019 से जनवरी 2021 के दौरान ऐसे 316 केस मिले हैं, जब कर्मचारी पहले ही ऑफिस से निकल गए। जापान टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक इनमें 7 स्टाफ मेंबर भी शामिल हैं। बोर्ड ने उन कर्मचारियों से बात की है, जिन पर अनुशासनहीनता के आरोप हैं। इन कर्मचारियों का कहना है कि वे ऑफिस से इसलिए दो मिनट पहले ही निकल गए ताकि घर जाने के लिए समय पर बस पकड़ सकें।
अटेंडेंस मैनेजनेंट का काम देखने वाले अधिकारी ने कहा कि ज्यादातर कर्मचारी शाम को 5:15 बजे दफ्तर छोड़ते हैं, लेकिन कुछ ऐसे भी लोग थे, जो 5:13 पर ही घर से निकल गए थे। इन कर्मचारियों को कड़ी चेतावनी दी गई है। एक कर्मचारी को तीन महीने तक सैलरी में 10 फीसदी की कटौती का दंड दिया गया है। पूछताछ में कुछ कर्मचारियों ने बताया कि वह जल्दी घर जाना चाहते थे, इसलिए ऑफिस से पहले ही निकल गए। उन्होंने कहा कि यदि वह ऐसा न करते तो बस मिस हो जाती और इसके चलते उन्हें घर पहुंचने में देर होती।
कुछ कर्मचारियों ने कहा कि उन्हें घर जाने के लिए 5:17 पर बस मिलती है। यदि वह बस मिस हो जाए तो फिर आधे घंटे तक इंतजार करना पड़ता क्योंकि अगली बस 5:47 बजे आती। ऐसे में उन्हें घर पहुंचने में देर होती। ऐसे में इससे बचने के लिए वह ऑफिस से दो मिनट पहले ही निकल जाते थे। बोर्ड ने कर्मचारियों के दो मिनट पहले निकलने को नौकरी में लापरवाही और अनुशासनहीनता माना है। गौरतलब है कि जापान अपने सख्य नियमों और अनुशासन के लिए अकसर चर्चा में रहा है। दफ्तरों पर टाइमिंग का पालन तो होता ही है, बसों और ट्रेनों का संचालन भी एकदम समय पर होता है।